संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने प्रस्ताव किया है कि उच्च विकसित अर्थव्यवस्थाओं वाले देशों के संगठन जी-20 के सदस्य देश आपस में जलवायु एकजुटता संधि करें। उन्होंने इस संधि की सफलता के लिए ‘फास्ट ट्रैक’ लागू करने की बात भी कही।संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस ने एक वीडियो संदेश में कहा कि जलवायु प्रयासों को तेजी से ट्रैक करने का सही समय है। गुटेरेश ने कहा कि जलवायु एकजुटता संधि में सर्वाधिक कार्बन उत्सर्जन करने वाले देश उत्सर्जन में कटौती के लिए अतिरिक्त प्रयास करेंगे। साथ ही समृद्ध देश वैश्विक तापमान वृद्धि में 1.5 डिग्री सेल्सियस की सीमा सुनिश्चित करने के लिए उभरती अर्थव्यवस्थाओं वाले देशों को समर्थन देंगे। इसके लिए समृद्ध देश उभरती अर्थव्यवस्थाओं वाले देशों को अतिरिक्त वित्तीय और तकनीकी संसाधन उपलब्ध कराएंगे।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने घोषणा की कि वह ‘फास्ट ट्रैक’ के माध्यम से इस संधि की सफलता का प्रयास करेंगे। इसमें विकसित देशों के लिए 2040 तक और विकासशील देशों के लिए 2050 तक लक्ष्य प्राप्ति सुनिश्चित करने की बात कही गयी है। ‘फास्ट ट्रैक’ में कोयले के प्रयोग पर रोक, सभी विकसित देशों के लिए 2035 तक शेष दुनिया के लिए 2040 तक हरित विद्युत उत्पादन लक्ष्य प्राप्ति का आह्वान किया गया है।

एंतोनियो गुटेरश ने बेहद कमज़ोर हालात वाले समुदायों के लिए सुरक्षा उपाय भी शामिल करने की बात कही। उन्होंने 30 नवंबर से 12 दिसंबर तक दुबई में प्रस्तावित अगले संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि वे जी-20 देशों के नेताओं के बीच अर्थव्यवस्था आधारित नए महत्वाकांक्षी संकल्पों पर अमल देखना चाहेंगे। (एएमएपी)