प्रमोद जोशी।
इसराइल और फ़लस्तीनी चरमपंथी हमस के बीच संघर्ष-विराम हो गया। दोनों पक्षों ने 11 दिन की लड़ाई के बाद आपसी सहमति से यह फ़ैसला किया। बताया जाता है कि इस संघर्ष-विराम के पीछे अमेरिका की भूमिका है, जिसने इसराइल पर युद्ध रोकने के लिए दबाव बनाया था।
फैसले के 3 घंटे बाद युद्ध विराम लागू
इसराइल की रक्षा-कैबिनेट ने गुरुवार 20 मई की रात 11 बजे हमले रोकने का फैसला किया, जिसके तीन घंटे बाद रात दो बजे युद्ध-विराम लागू हो गया। हमस के एक अधिकारी ने भी पुष्टि की कि यह संघर्ष-विराम आपसी रज़ामंदी से और एक साथ हुआ है, जो शुक्रवार तड़के स्थानीय समय के अनुसार दो बजे से लागू हो गया।
I believe that Palestinians and Israelis equally deserve to live in safety and security and to enjoy equal measures of freedom, prosperity, and democracy.
My Administration will continue our quiet and relentless diplomacy toward that end. pic.twitter.com/mXe39TyVMz
— President Biden (@POTUS) May 20, 2021
240 से ज़्यादा लोग मारे गए
10 मई से शुरू हुई रॉकेट-वर्षा और जवाबी बमबारी में 240 से ज़्यादा लोग मारे गए जिनमें 12 इसराइली हैं और शेष ज़्यादातर मौतें गज़ा में हुईं। 7 मई को अल-अक़्सा मस्जिद के पास यहूदियों और अरबों में झड़प हुई। इसके बाद इस इलाके में प्रदर्शन हुए और इसराइली पुलिस ने अल अक़्सा मस्जिद में प्रवेश किया। इसके दो दिन बाद हमस ने इसराइल पर रॉकेट-वर्षा की जिसका जवाब इसराइली वायुसेना के हमले से हुआ।
हमस ने नहीं बताया कितने चरमपंथी मरे
गज़ा में कम-से-कम 232 लोगों की जान जा चुकी है। गज़ा पर नियंत्रण करने वाले हमस के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार मारे गए लोगों में लगभग 100 औरतें और बच्चे हैं। इसराइल का कहना है कि गज़ा में मारे गए लोगों में कम-से-कम 150 चरमपंथी हैं। हमस ने अपने लोगों की मौत के बारे में कोई आँकड़ा नहीं दिया है।
मृतकों के प्रति शोक जताया
There are millions of Americans who, through no fault of their own, have been knocked flat on their back this past year. We’re determined to give them a fighting chance. That’s why we’ve been focused on vaccinating the nation and getting our economy running again.
— Joe Biden (@JoeBiden) May 20, 2021
युद्ध-विराम की घोषणा होने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने जान गंवाने वाले लोगों के प्रति शोक-संवेदना प्रकट की। उन्होंने कहा, इसराइल और फलस्तीन के जिन लोगों ने भी इस संघर्ष में अपने चाहने वालों को खोया है मैं उनके प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।
नेतन्याहू के नेतृत्व की तारीफ की बाइडेन ने
दोनों पक्ष युद्ध-विराम को अपनी जीत बता रहे हैं, पर इसमें दो राय नहीं कि गज़ा में जबर्दस्त नुकसान हुआ है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने इसराइली नागरिकों की रक्षा में आयरन डोम के में कहा, अमेरिका और इसराइल द्वारा साझा रूप से विकसित किए गए आयरन डोम सिस्टम ने अनगिनत लोगों की जान बचाई है। इस टकराव के शुरू होने के बाद से बाइडेन ने बिन्यामिन नेतन्याहू को इस सिस्टम के लिए मिसाइल उपलब्ध कराने और उनके देश की सुरक्षा को मजबूत बनाए रखने में पूरे सहयोग का भरोसा दिलाया था। उन्होंने नेतन्याहू के नेतृत्व की तारीफ भी की।
गज़ा में पुनर्निर्माण
बाइडेन ने कहा कि हम संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के साथ मिलकर तेजी से मानवीय सहयोग प्रदान करेंगे, गज़ा में पुनर्निर्माण भी शामिल है। हम यह काम फलस्तीनी अथॉरिटी के साथ मिलकर इस तरह करेंगे जिसमें हमस शामिल नहीं हो, और हथियारों का जखीरा दुबारा जमा न कर पाए।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं। सौजन्य:’जिज्ञासा’)