23 नवम्बर को विवाह की पहली लग्न।

चातुर्मास शुरू होते ही शादियों पर ब्रेक लग गयी है। अधिक मास की वजह से इस बार लगभग पांच महीने तक विवाह के लिए कोई शुभ मुहूर्त नहीं है। सनातनी परिवारों में युवक-युवतियां नवम्बर के अखिरी सप्ताह तक नवदाम्पत्य जीवन का आरम्भ नहीं कर सकेंगे। अंग्रेजी साल की बात करें तो 23 नवम्बर से 31 दिसम्बर तक शादी के लिए केवल 16 मुहूर्त ही हैं।पंचांग के जानकारों ने बताया कि भगवान विष्णु शयन मुद्रा में चले गए हैं। जगत की सत्ता भोलेनाथ के हाथों में है। इस दौरान विवाह मुंडन जैसे शुभ कार्य वर्जित बताए गए हैं। अब सीधे नवम्बर में 23 तारीख को लग्न मिल रही है। नवम्बर माह की 23, 24, 27, 28 और 29 तारीख को शादी के मुहूर्त हैं। दिसम्बर की बात करें तो इस मास में 03, 04, 05, 06, 09, 10, 11, 13, 14, 15, 16 को शादी का शुभ लग्न है। इसके बाद एक माह का खरमास होगा।

खरमास के बाद 16 जनवरी से विवाह और मुंडन जैसे शुभ कार्य आयोजित किए जा सकेंगे। जनवरी में 16, 17, 18, 20, 21, 22, 27, 29, 30 और 31 तारीख को शादी का शुभ मुहूर्त मिल रहा है। फरवरी माह में 01, 02, 03, 04, 05, 06, ,07, 08, 12, 13, 14, 17, 18, 19, 23, 24, 25, 26 और 27 तारीख को शादी के लिए अच्छी लग्न है। मार्च महीने में 01, 02, 03, 04, 05, 06, 07, 11 एवं 12 को शुभ लग्न मिल रहा है।(एएमएपी)