29 नवंबर को टीएमसी विधायक पश्चिम बंगाल के साथ केंद्र के भेदभावपूर्ण रवैये के खिलाफ प्रदर्शन बंद करने से पहले बीआर अंबेडकर की प्रतिमा के नीचे राष्ट्रगान गा रहे थे। इस दौरान करीबन 50 मीटर की दूरी पर भाजपा विधायक नारेबाजी करने के साथ घंटी बजा रहे थे।

पश्चिम बंगाल के 11 भाजपा विधायकों के खिलाफ इस सप्ताह की शुरुआत में विधानसभा की परिसर में धरना के दौरान राष्ट्रीय गान का अपमान करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। संसदीय कार्य मंत्री सोभोनदेब चटर्जी ने बताया कि शिकायत तृणमूल कांग्रेस की तरफ से दर्ज की गई है।

दरअसल, पश्चिम बंगाल विधानसभा में बुधवार शाम को टीएमसी और बीजेपी विधायक एक दूसरे के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. दोनों ओर से नारे लगाए जा रहे थे. तभी  मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपनी पार्टी के विधायकों से राष्ट्रगान गाने के लिए कहा. बीजेपी विधायकों पर आरोप है कि जब मुख्यमंत्री समेत सत्ता पक्ष के विधायक राष्ट्रगान गा रहे थे तो वे खड़े नहीं हुए।इसके बाद विधानसभा के एक अधिकारी की शिकायत पर गुरुवार को पुलिस ने सुदीप कुमार मुखर्जी, मालती रेवा रॉय, चंदना बारुई, नीलाद्रि शेखर दाना,  मिहिर गोस्वामी, मनोज कुमार उरांव, सुमन कांजीलाल, दीपक बर्मन, हिरण्मय चट्टोपाध्याय, मनोज तिग्गा और शंकर घोष पर FIR दर्ज की गई।

इसके बाद शुक्रवार को इनमें से 5 विधायकों नीलाद्रि शेखर दाना, दीपक बर्मन, मनोज तिग्गा, शंकर घोष और सुदीप कुमार मुखर्जी के खिलाफ दूसरी FIR दर्ज की गई है. इसमें भी कथित तौर पर राष्ट्रगान का अपमान करने का आरोप लगा है।

भाजपा विधायकों पर लगा आरोप

ममता बनर्जी के नेतृत्व में 29 नवंबर को टीएमसी विधायक पश्चिम बंगाल के साथ केंद्र के भेदभावपूर्ण रवैये के खिलाफ प्रदर्शन बंद करने से पहले बीआर अंबेडकर की प्रतिमा के नीचे राष्ट्रगान गा रहे थे। टीएमसी ने आरोप लगाया कि इस दौरान करीबन 50 मीटर की दूरी पर भाजपा विधायक नारेबाजी करने के साथ घंटी बजा रहे थे।

हालांकि, इन आरोपों का जवाब देते हुए भाजपा ने कहा, ‘अगर टीएमसी विधायकों द्वारा राष्ट्रगान गाया जा रहा था, तो वह बहुत ही धीमी आवाज में गा रहे थे। यह आवाज उनके प्रदर्शन वाले स्थान पर बिलकुल भी सुनाई नहीं दे रहा था।’

वरिष्ठ नेता चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा, ‘भाजपा ने राष्ट्रगान के खिलाफ बहुत ही कम सम्मान दिखाया है, इसके लिए उचित कार्रवाई की जाएगी।’ विधानसभा के स्पीकर बिमान बंधोपाध्याय ने कहा कि राष्ट्रगान के प्रति इस दुर्व्यवहार के लिए उचित कदम उठाया जाएगा। विधानसभा सचिवालय के सूत्रों ने बताया कि भाजपा के 11 विधायकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। इस घटना का वीडियो फुटेज भी पुलिस को सौंप दिया गया है।

भाजपा ने पेश की सफाई

इस मामले में वरिष्ठ भाजपा विधायक ने कहा कि उन्हें यह मालूम नहीं था कि वहां राष्ट्रगान गाया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘टीएमसी के तानाशाही और भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा। हम अंबेडकर की मूर्ति से थोड़ी दूर खड़े थे। अगर वहां राष्ट्रगान गाया जा रहा था तो बहुत ही धीमी आवाज में लोग गा रहे थे। ऐसा क्यों? क्या वे राष्ट्र गान के बोल भूल गए थे? हमें देश प्रेम टीएमसी से सीखने की जरूरत नहीं है।’

दार्जिलिंग से भाजपा विधायक नीरज जिंबा ने कहा कि उन्होंने कोई भी राष्ट्रगान नहीं सुना। टीएमसी के खिलाफ प्रदर्शन जारी रहने की बात कहते हुए उन्होंने बतया कि यह आरोप जानबूझ कर भाजपा विधायकों के ऊपर लगाया जा रहा है।

शिकायत में सुवेंदु अधिकारी का भी नाम

पश्चिम बंगाल विधानसभा के सचिव ने अपनी शिकायत में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी के नाम का भी जिक्र किया है. लेकिन कोलकाता हाई कोर्ट से उन्हें इस वक्त राहत मिली है. कोर्ट के आदेश के मुताबिक, बंगाल पुलिस को उनके खिलाफ कोई भी मामला दर्ज करने के लिए कोलकाता हाई कोर्ट से पूर्व अनुमति लेनी होगी. इसलिए पुलिस ने अभी उनके खिलाफ FIR दर्ज नहीं की है. माना जा रहा है कि जल्द पुलिस कोर्ट से अनुमति मांग सकती है. अगर कोर्ट से अनुमति मिल गई, तो उनका नाम भी FIR में जोड़ा जाएगा।

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उधर, बीजेपी विधायक अग्निमित्र पॉल ने कहा, “यह बहुत अजीब है कि हमारे विधायकों के खिलाफ FIR दर्ज की जा रही है क्योंकि हम बंगाल के लोगों की ओर से विरोध कर रहे थे जो ममता सरकार से पीड़ित हैं। (एएमएपी)