स्वामी रामदेव ।
योग किसी व्यक्ति के जीवन में कई सकारात्मक बदलाव लाता है और अनंत लाभ का स्रोत है। योग करने से मनुष्य के मन में अच्छे विचार आते हैं। योगासन करने से लोगों के मन और बुद्धि भी शांत होती है। इसलिए हर मनुष्य को प्रतिदिन योग करना चाहिए।
नियमित रूप से योग करने से मन और दिमाग में अच्छे विचार आते हैं। योग करना वाला व्यक्ति सदा स्वस्थ रहता है। वर्तमान समय की जीवन शैली के कारण लोगों को बीमारियों ने घेर लिया है। इसलिए बीमारियों से बचने का एक मात्र उपाय योगासन है। आज मुझे पूरा विश्वास हो गया है कि हिंदुस्तान का प्रत्येक व्यक्ति योग के प्रति अब पूरी तरह जागरूक हो चुका है। उसे पता है कि योग करने से व्यक्ति को निरोगी काया मिलती है।
हजारों साल पुरानी विद्या
योग हजारों साल पुरानी विद्या है। वर्तमान में मनुष्य के शरीर पर हर तरफ से रोग हमला कर रहे हैं। रोगों से बचने के लिए योग की अति आवश्यकता है। योग करने से मनुष्य के शरीर में रोग नहीं होगा। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि बचपन से ही अपने बच्चों को योग करने की आदत डालें। वर्तमान में मिलावटी खाद्य पदार्थों के कारण गंभीर बीमारियां हो रही हैं। इनसे बचने का एकमात्र उपाय योग है।
योग और भोग
योग और भोग को लेकर बहुत बार बहुत किस्म की बातें की जाती हैं। जो भी इस दुनिया में दिखाई देने वाली चीज़ है वो भोग है। लेकिन ख़ुशी, दुःख जैसी फीलिंग्स जो दिखाई नहीं देती वो योग है। भोग बुरी चीज़ नहीं है लेकिन वो योग के मुताबिक ही करना चाहिए। हमारे पूर्वजों ने बड़े-बड़े साम्राज्य स्थापित किए हैं और हम इसलिए ही विश्वगुरु थे। भारतीयों ने हमेशा समृद्धि के ही गीत गाए और दुनिया को भी यही संदेश दिया। हमारे यहां ऐश्वर्य या धन-दौलत को लेकर कभी विरोध नहीं रहा। मेरा तो छोटा सा बस इतना योगदान रहा है कि मैंने योग को सरल और वैज्ञानिक बनाकर लोगों तक पहुंचाया।
रोजमर्रा की जि़न्दगी के लिए आवश्यक
योग के माध्यम से शरीर, मन और मस्तिष्क को पूर्ण रूप से स्वस्थ किया जा सकता है। तीनों के स्वस्थ रहने से आप स्वयं को स्वस्थ महसूस करते हैं। योग के जरिए न सिर्फ बीमारियों का निदान किया जाता है, बल्कि इसे अपनाकर कई शारीरिक और मानसिक तकलीफों को भी दूर किया जा सकता है। योग प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाकर जीवन में नव-ऊर्जा का संचार करता है। शरीर को शक्तिशाली एवं लचीला बनाए रखता है। तनाव से भी छुटकारा दिलाता है जो रोजमर्रा की जि़न्दगी के लिए आवश्यक है। योग आसन और मुद्राएं तन और मन दोनों को क्रियाशील बनाए रखती हैं।
(प्रस्तुति – अजय विद्युत)
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