आपका अख़बार ब्यूरो।
कोरोना की दूसरी लहर ने भारत में काफी कहर ढाया था। अब धीरे धीरे देश उससे उबर रहा है। हालाँकि कई राज्यों में अभी भी कोरोना का प्रभाव है। इसमें दो राय नहीं कि वैश्विक महामारी का प्रकोप बहुत तीव्र था लेकिन मीडिया ने तो घर में बैठे उन लोगों के भी मन में दहशत भर दी थी जो उससे प्रभावित नहीं थे या जिनमें कोरोना के हल्के लक्षण थे। अब किस्म किस्म की अफवाहें मीडिया में चल रही हैं की आने वाले दिनों में कोरोना का पहले से कहीं ज्यादा विकराल रूप देहने को मिल सकता है।
अब बच्चों को लेकर डराया जा रहा
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने कहा है कि मीडिया अब कह रहा है कि बच्चे कोरोना से ज्यादा प्रभावित होंगे। मीडिया पर कोरोना को लेकर गलत सूचनाएं फैलाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने मीडिया से इस बीमारी को लेकर गलत जानकारी न फैलाने की अपील की है।
सनसनी फ़ैलाने के बजाय सावधानियां बताएं
के चंद्रशेखर राव ने मीडिया पर कोरोना को लेकर गलत सूचनाएं फैलाने का आरोप लगाया है। अफवाहें फैलाकर लोगों में भय और दहशत पैदा करने के लिए मीडिया को जिम्मेदार ठहराते हुए केसीआर ने कहा कि मुद्दों को सनसनीखेज बनाने के बजाय मीडिया को बीमारी से बचने के लिए बरती जाने वाली सावधानियों को लोगों को बताना चाहिए। उन्होंने कहा कि मेरी बातों को मीडिया अपनी आलोचना के तौर पर ना ले। मेरी सलाह बस इतनी है कि मीडिया को जिम्मेदारी से काम करना चाहिए। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने माना कि मीडिया के एक वर्ग ने इस कोरोनाकाल में संयम और दायित्व का परिचय दिया है तथा अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वहन किया है।
గోదావరి నదీజలాలు ఒరుసుకుంటూ పోతున్న ఉమ్మడి కరీంనగర్ జిల్లాలోని ప్రతి గ్రామము, ప్రతి ఎకరం, గోదావరి సాగునీటి జలాలతో అనుసంధానం కావాలని ముఖ్యమంత్రి శ్రీ కె. చంద్రశేఖర్ రావు స్పష్టం చేశారు. కాళేశ్వరం ప్రాజెక్ట్ నిర్మాణం అనంతరం, సిరిసిల్ల జిల్లా తెలంగాణ జలకూడలిగా మారిందన్నారు. pic.twitter.com/s8cpQKY1oR
— Telangana CMO (@TelanganaCMO) July 4, 2021
लोगों में दहशत
उल्लेखनीय है कि के चंद्रशेखर राव भी कोरोना से संक्रमित हो गए थे। अपना अनुभव साझा करते हुए उन्होंने कहा जब उन्हें संक्रमण हुआ था तो वो एंटीबायोटिक दवाओं और पेरासिटामोल खाकर ठीक हो गए थे। मुख्यमंत्री लगभग ढाई महीने पहले 19 अप्रैल को कोरोना संक्रमित हुए थे। उन्होंने कहा कि मीडिया में कोरोना के बारे में गलत सूचनाएं फैलाई जा रही हैं जिनका समाज पर गलत असर पड़ रहा है। हर किसी को लग रहा है कि कोरोना हो जाने पर कई दिन अस्पताल में भर्ती होना पड़ेगा, महंगा इलाज कराना होगा और जान बचना बहुत कठिन है। जबकि वास्तविकता यह है कि लोग पैरासिटामोल और एंटीबायोटिक दवाओं का इस्तेमाल करके भी ठीक हो सकते हैं।
एक सप्ताह में ठीक हो गया
के चंद्रशेखर राव ने कहा कि जब मुझे पता चला मैं कोविड पॉजिटिव हूँ तो मैंने डॉक्टर की सलाह के मुताबिक पैरासिटामोल और एंटीबायोटिक दवाओं का इस्तेमाल किया। कोरोना से सम्बन्धित जो जो हिदायतें चिकित्सकों ने दीं उनका कड़ाई से पालन किया। और एक सप्ताह के भीतर कोरोना संक्रमण से रिकवर हो गया।
गलत जानकारी ना फैलाएं
उन्होने कहा कि मीडिया लोगों में डर पैदा करने की कोशिश कर रहा है। मीडिया अब कह रहा है कि बच्चे कोरोना से ज्यादा प्रभावित होंगे। उन्होंने कहा कि मीडिया कोरोना जैसी वैश्विक महामारी को लेकर गलत जानकारी का प्रचार प्रसार करने का माध्यम ना बने। उन्होंने सवाल किया कि यह जानकारी कौन दे रहा है? किस आधार पर ये जानकारी फैलाई जा रही है।