आपका अखबार ब्यूरो ।

अंतरराष्ट्रीय शतरंज के दिग्गज रूसी खिलाड़ी गैरी कास्परोव ने हालिया समय में राहुल गांधी को संबोधित करते हुए एक सोशल मीडिया सन्देश जारी किया है। जब यह सन्देश व्यापक रूप से फैल गया, तो कास्परोव ने एक स्पष्टीकरण दिया जिसमें वे कहते हैं कि उनका इरादा केवल एक विनोदी टिप्पणी करना था, और उन्होंने आशा व्यक्त की कि लोग इसे हलके में लेंगे। 

वास्तव में, कास्परोव ने राहुल गांधी के रायबरेली से चुनावी मैदान में उतरने पर एक मजाकिया लहजे में टिप्पणी की थी।

उन्होंने राहुल गांधी के एक वीडियो पर प्रतिक्रिया दी, जिसे कांग्रेस पार्टी के सोशल मीडिया पेज पर पोस्ट किया गया था। इस वीडियो में राहुल अपने मोबाइल पर चेस खेलते हुए और अपने प्रिय चेस खिलाड़ी गैरी कास्परोव का उल्लेख करते दिखाई दिए। उन्होंने चेस की रणनीतियों और राजनीतिक चालों की समानताएं भी रेखांकित कीं, यह बताते हुए कि किस तरह राजनीति और चेस मैच में दक्षता हासिल करने पर विरोधी के मोहरे भी अंततः आपकी रणनीति के अनुसार चलने लगते हैं।

सोशल मीडिया पर एक यूजर ने हंसी-मजाक भरे लहजे में लिखा कि “गैरी कास्परोव और विश्वनाथन आनंद का समय से पहले संन्यास होना बड़ी राहत की बात है, अन्यथा उन्हें आज के शतरंज के सबसे महान खिलाड़ियों से भिड़ना पड़ता।”

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इस कमेंट के जवाब में गैरी कास्परोव ने सोशल मीडिया पर थोड़े व्यंग्यात्मक स्वर में पोस्ट करते हुए राहुल गांधी पर निशाना साधा कि “सामान्य नीति यह है कि आपको शीर्ष स्थान को चुनौती देने से पहले रायबरेली का चुनाव जीतकर दिखाना होता है।”

बाद में उन्होंने एक और पोस्ट में कहा कि उनका इरादा सिर्फ एक हल्की-फुल्की ठिठोली का था और आशा व्यक्त की कि इसे किसी विशेषज्ञ सलाह के रूप में न देखा जाए। कास्परोव का यह ट्वीट उस समय सामने आया जब हाल ही में शुक्रवार को राहुल गांधी ने कांग्रेस की पारंपरिक लोकसभा सीट रायबरेली से अपना नामांकन दाखिल किया।

2005 में शतरंज की दुनिया से सन्यास लेने वाले कास्परोव, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के प्रखर आलोचक बन गए तथा उन्हें रूस छोड़ने की नौबत आ गई। फिलवक्त वे क्रोएशिया में निवास कर रहे हैं और मात्र 22 वर्ष की उम्र में विश्व चैंपियन बनकर, लगातार 255 सप्ताह तक विश्व के शीर्ष शतरंज खिलाड़ी के तौर पर राज किया।