कर्नाटक जीत से तेलंगाना में भी मिल सकेगा लाभ।

भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा भी इस समय कर्नाटक के दो दिवसीय प्रवास पर है। वह इस दौरान शक्ति केंद्र, बूथ सम्मेलन के साथ विभिन्न मठों का भी दौरा करेंगे। इसके पहले गृह मंत्री अमित शाह ने भी कर्नाटक का दौरा किया था। कर्नाटक की राजनीति में मठों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है और उनका समर्थन सत्ता के समीकरणों को साधने में बेहद अहम होता है। गौरतलब है कि बी एस येद्दुरप्पा के मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद भाजपा को राज्य में पार्टी में अंदरूनी खेमेबाजी का सामना करना पड़ रहा है और मौजूदा मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई का कामकाज भी इससे प्रभावित होता रहा है।
भाजपा के लिए दक्षिण में कर्नाटक के बाद दूसरे जिस राज्य से उम्मीदें हैं, वह तेलंगाना है। यहां से 17 में से चार भाजपा के सांसद बीते चुनाव में जीते थे। तेलंगाना में भी इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं। अगर कर्नाटक के नतीजे भाजपा की उम्मीद के अनुसार नहीं आते हैं, तो तेलंगाना को लेकर दबाब बढ़ेगा। वहीं, कर्नाटक में उसकी जीत तेलंगाना के लिए उसे लाभ पहुंचा सकती है। भाजपा तेलंगाना को अपनी भावी सत्ता वाले राज्य के रूप में भी देख रही है। (एएमएपी)



