उच्च विकास हासिल करेगा भारत : अगस्टे तानो कौमे
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में देश का बैंक ऋण 15.8 प्रतिशत बढ़ा जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में इसमें 13.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। भारत के सेवा क्षेत्र की गतिविधि 7.4 प्रतिशत की वृद्धि के साथ मजबूत रहने की उम्मीद है और निवेश वृद्धि भी 8.9 प्रतिशत पर मजबूत रहने का अनुमान है। भारत में विश्व बैंक के कंट्री डायरेक्टर अगस्टे तानो कौमे ने कहा कि प्रतिकूल वैश्विक माहौल अल्पावधि में चुनौतियां पेश करता रहेगा। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक खर्च का दोहन करने से भारत के लिए भविष्य में वैश्विक अवसरों का लाभ उठाने के लिए अधिक अनुकूल परिस्थितियां पैदा होंगी और इस तरह उच्च विकास हासिल होगा।
कीमतों में धीरे-धीरे कमी आने की संभावना
विश्व बैंक को उम्मीद है कि उच्च वैश्विक ब्याज दरों, भू-राजनीतिक तनाव और सुस्त वैश्विक मांग के कारण वैश्विक चुनौतियां जारी रहेंगी और तेज होंगी और परिणामस्वरूप, मध्यम अवधि में वैश्विक आर्थिक विकास भी धीमा होने वाला है। भारत में प्रतिकूल मौसम की स्थिति के बारे में पूछे जाने पर विश्व बैंक ने रिपोर्ट में कहा कि खाद्य पदार्थों की कीमतें सामान्य होने और सरकार के उपायों से प्रमुख वस्तुओं की आपूर्ति बढ़ने से कीमतों में धीरे-धीरे कमी आने की उम्मीद है।
विदेशी निवेश बढ़ने की संभावना
उन्होंने कहा, ‘हेडलाइन मुद्रास्फीति में बढ़ोतरी से खपत अस्थायी रूप से प्रभावित हो सकती है, लेकिन हमारा अनुमान है कि इसमें नरमी आएगी। विश्व बैंक के वरिष्ठ अर्थशास्त्री और रिपोर्ट के मुख्य लेखक ध्रुव शर्मा ने कहा कि कुल मिलाकर निजी निवेश के लिए परिस्थितियां अनुकूल रहेंगी। उन्होंने कहा कि भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की मात्रा भी बढ़ने की संभावना है क्योंकि वैश्विक मूल्य शृंखला का पुनर्संतुलन जारी है।(एएमएपी)