उत्तर प्रदेश के अमेठी में चल रहे सांसद खेल प्रतियोगिता के समापन समारोह में आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिरकत करने हुए केंद्रीय मंत्री और स्थानीय सांसद स्मृति ईरानी के साथ मिलकर खिलाडियों को प्रशस्ति पत्र और पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने लगभग 613 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास और आधारशिला भी रखी।
इस अवसर पर आज जिले के कौहार स्थित मैदान में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज देश के युवा खेल और अन्य प्रतिभाओं में दुनिया में नाम कर रहे हैं। इसी कड़ी का एक हिस्सा अमेठी में आयोजित सांसद खेलकूद प्रतियोगिता भी है। बड़े गर्व की बात है कि इस प्रतियोगिता में 01 लाख 11 हजार खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया।
उन्होंने गांधी परिवार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पहले के सासद यहां चुनाव के समय वोट मांगने आते थे। स्मृति ईरानी की तरफ संकेत करते हुए कहा कि आपकी वर्तमान सांसद महीने में 15 दिन में हफ्ते में अमेठी आया करती हैं ।अमेठी वासियों को किसी ने किसी योजना के माध्यम से जोड़कर उन्हें लाभ पहुंचाने का काम वर्तमान सांसद द्वारा लगातार किया जा रहा है। कार्यक्रम के दौरान देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन लाइव प्रसारित किया गया जिसमें प्रधानमंत्री ने अमेठी में आयोजित खेल प्रतियोगिता की सराहना की। कार्यक्रम में कार्यक्रम में सांसद मनोज तिवारी और प्रदेश अध्यक्ष भूपेन चौधरी , राज्य मंत्री मनकेश्वर श्रवण सिंह जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश अग्रहरी सहित अन्य नेता मौजूद रहे।
अब तक 100 से ज्यादा बार अमेठी आ चुकी हैं स्मृति ईरानी
टिफिन पर चर्चा हो या निजी आयोजन, हर जगह स्मृति
साढ़े चार साल में 3 बार अमेठी पहुंचे राहुल
पथरी के ऑपरेशन से मौत, फिर अस्पताल सील
दिव्या शुक्ला की करीब 2 साल पहले रामशाहपुर के अनुज शुक्ला से शादी हुई थी। शादी के एक साल बाद दिव्या ने एक बेटे को जन्म दिया। नाम रखा अन्मेश शुक्ला। दिव्या के पेट में अचानक तेज दर्द उठता है। पति उन्हें मुंशीगंज के संजय गांधी हॉस्पिटल ले गए। जहां जांच होने पर पता चला कि किडनी में पथरी है। परिवार ने फैसला किया कि यहीं ऑपरेशन करवाया जाएगा। 13 सितंबर को जांच पूरी हुई और 14 तारीख को भर्ती के लिए बुलाया गया।
तय समय पर अनुज अपनी पत्नी और बच्चे को लेकर हॉस्पिटल पहुंचे। वहां भर्ती किया। डॉक्टर मो. रजा को ऑपरेशन करना था। उसके पहले एनेस्थीसिया टीम ने दिव्या को बेहोशी का इंजेक्शन लगाया। इसके बाद उनकी हालत खराब हो गई। तुरंत आईसीयू में भर्ती किया गया। जहां रजा ने देखा तो कहा कि ऑपरेशन करने की स्थिति नहीं है।
इसके बाद फिजीशियन डॉक्टरों ने इलाज शुरू किया। लेकिन हालत में सुधार नहीं हुआ। तुरंत लखनऊ के मेदांता हॉस्पिटल के लिए रेफर कर दिया। जहां 16 सितंबर को दिव्या की मौत हो गई। दिव्या की मौत के बाद परिजनों ने संजय गांधी हॉस्पिटल के डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया। हॉस्पिटल के सीईओ अवधेश शर्मा, सर्जन मोहम्मद रजा, एनेस्थीसिया विशेषज्ञ डॉक्टर सिद्दीकी और डॉक्टर शुभम द्विवेदी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। मामला राजधानी लखनऊ तक पहुंच गया। डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने हॉस्पिटल को कारण बताओ नोटिस जारी किया। नोटिस जारी किए हुए 1 दिन भी नहीं बीता कि ब्रजेश पाठक ने हॉस्पिटल को सील करने का आदेश दे दिया।