आपका अखबार ब्यूरो।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार, 2 मार्च को परिवर्तन यात्रा में शामिल होने पश्चिम बंगाल के मालदा पहुंचे। वहां एक रैली में ममता बनर्जी की सरकार को विभिन्न मोर्चों पर घेरते हुए तीखे हमले किए। पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार पर तुष्टीकरण, जनता को केंद्र सरकार की योजनाओं के लाभ से वंचित रखने, राज्य में अराजकता का वातावरण बनाने के आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि सरकार घुसपैठियों के साथ है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने पर राज्य में एक महीने के भीतर ही लोगों को फर्क साफ दिखाई देने लगेगा। तृणमूल कांग्रेस के गुंडे उत्तर प्रदेश के गुंडों की तर्ज पर गले में तख्ती लटकाकर अपनी जान की भीख मांगते नजर आएंगे।
योगी आदित्यनाथ के संबोधन की खास बातें:
आज बंगाल में अराजकता है। ममता सरकार सच्चाई पर मौन रहती है। जब हम पाकिस्तान और बांग्लादेश के प्रताड़ित हिंदुओं, सिखों और ईसाइयों को बचाने के लिए कानून बनाते है तो बंगाल में दंगे होते हैं। यहां की सरकार घुसपैठियों के साथ है। अपराधियों को संरक्षण देती है।
यूपी बनाम बंगाल
मैं यूपी से आया हूं और मैंने वहां कुछ चीजें इस तरह से की हैं, जिससे बड़ा बदलाव आया है। यूपी में हमने जापानी बुखार को नियंत्रित करने का काम किया है, लेकिन पश्चिम बंगाल की सरकार अज्ञात बीमारी बताकर आंकड़े छिपाने का काम करती है।
जनता को केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाने में यहां की सरकार पूरी तरह फेल है। हमने पीएम आवास योजना के तहत 40 लाख लोगों को मकान दिया। पीएम आवास योजना का लाभ यहां के गरीबों को क्यों नहीं मिल पा रहा है? यूपी में 6 करोड़ लोगों को स्वास्थ्य बीमा कवर मिला हुआ है। लेकिन बंगाल में पीएम आयुष्मान योजना का लाभ गरीबों को नहीं लेने दिया जा रहा है।
लवजिहाद, गो-तस्करी
यहां छल और धोखे से लव जिहाद की घटनाओं को भी अंजाम दिया जा रहा है। तुष्टीकरण के चलते यहां की सरकार न तो गो-तस्करी को रोक पा रही है और न ही लव जिहाद पर रोक लगा पा रही है। गोहत्याएं की जाती हैं। सरकार मौन रहती है। हम 2017 में यूपी में सत्ता में आए और तुरंत ही स्लॉटर हाउसेज पर रोक लगाई। गो-तस्करी और गो-हत्या पर तत्काल रोक लगाई। पश्चिम बंगाल में भी सरकार बनेगी तो यही होगा। यूपी में 4 साल से कोई दंगा नहीं हुआ।
बदहाल कर दिया बंगाल
टीएमसी और कम्युनिस्ट पार्टी की सरकारों ने बीते 25-30 सालों में बंगाल को बदहाल कर दिया है। यूपी आज देश की दूसरी अर्थव्यवस्था बन गया है। लेकिन बंगाल की सत्ता में बैठे लोग विकास में रुचि नहीं लेना चाहते। आज पश्चिम बंगाल का व्यक्ति रोजगार के लिए यूपी का रुख कर रहा है।
जान की भीख मांगेंगे टीएमसी के गुंडे
टीएमसी के गुंडे अराजकता कर रहे हैं। बंगाल में एक बुजुर्ग मां को टीएमसी के गुंडों ने पीटा, लेकिन सरकार ने कोई भी एक्शन नहीं लिया। मैं तृणमूल सरकार से पूछना चाहता हूं कि राम प्रशंसकों से आपका कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन बंगाल में अराजकता पैदा करने वालों से आपका क्या लेना-देना है? यूपी में बीजेपी सरकार आते ही गुंडे गले में तख्ती टांगकर घूमने लगे। बंगाल में बीजेपी की सरकार आते ही टीएमसी के गुंडे गले में तख्ती टांगकर जान की भीख मांगते नजर आएंगे।
‘जय श्रीराम’ से भी परेशानी
बंगाल में आज जय श्रीराम के नारे लगाने पर भी बैन है। श्रीराम का नाम लेने वालों पर हमले करवाए जाते हैं। बंगाल की सरकार से, ममता दीदी से अनुरोध करना चाहता हूं कि यूपी में भी एक सरकार थी जो राम भक्तों पर गोली चलवाती थी उसका क्या हश्र हुआ देखा? उस समय भी कुछ लोगों ने भगवान राम का नाम लेने को प्रतिबंधित किया था। अब बंगाल में टीएमसी की बारी है। आत्मघाती कदम बंगाल की धरती से ही क्यों उठाए जा रहे हैं।
जब हम मिलते हैं तो राम राम… काम होता है तो राम नाम… अंतिम यात्रा में भी राम नाम सत्य होता है। राम के बगैर भारत में कोई काम नहीं। जो रामद्रोही हैं उनका यहां कोई काम नहीं।
5 अगस्त 2020 से राम मंदिर का काम शुरू हो चुका है। राम मंदिर के लिए आपका समर्पण सहयोग प्राप्त हुआ है। आप लोग भारतीय जनता पार्टी की सरकार को लाइए। एक महीने में बंगाल की धरती पर परिवर्तन दिखाई देगा।
दुर्गापूजा पर रोक, मोहर्रम जुलुस को अनुमति
यहां जब दुर्गा पूजा और मोहर्रम एक साथ पड़ा तो ममता सरकार ने पूजा पर तो रोक लगा दी, लेकिन मुहर्रम के जुलूसों को अनुमति दी गई। पश्चिम बंगाल में भावनाओं से खिलवाड़ किया जाता है और पूजा पर रोक लगाई जाती है। उत्तर प्रदेश में हमने साफ कहा कि दुर्गा पूजा के समय दुर्गा पूजा जरूर होगी। एक भी जगह पंडाल बैन नहीं किया गया। शांति से दुगार्पूजा हुई। सरकारें जो लोगों की रक्षा करने में विफल रहती हैं, वे अपराध और हिंसा से समझौता करती हैं। जो सरकार माताओं और बहनों की रक्षा नहीं कर सकती उस सरकार को सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है।
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