तुर्किये और सीरिया में घातक भूकंपों से मरने वालों का आंकड़ा चार हजार से अधिक हो चुका है। 30 हजार से ज्यादा घायल बताए जा रहे हैं। बड़े पैमाने पर राहत-बचाव का काम जारी है। सैकड़ों की संख्या में लोग अभी भी मलबे के नीचे फंसे हुए हैं। इस बीच, हालात को देखते हुए ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड ने तुर्की और सीरिया के भूकंप प्रभावित इलाकों के लिए 11 मिलियन डॉलर (करीब 90 करोड़ रुपये) की आर्थिक मदद देने का एलान किया है। इसके अलावा भी कई तरह से मदद का आश्वासन दिया है।बता दें कि सोमवार को तुर्किये-सीरिया समेत चार देशों में 7.8, 7.6 और 6.0 तीव्रता के लगातार तीन विनाशकारी भूकंप आए थे। इसका सबसे ज्यादा असर तुर्किए और सीरिया पर ही देखने को मिला। न्यूजीलैंड के विदेश मंत्री नानिया महुता ने कहा कि मानवीय आधार पर ये मदद की जा रही है। इसके जरिए तुर्कीए और सीरिया के भूकंप प्रभावित इलाकों में रेस्क्यू काम में जुटे रेड क्रॉस के सदस्य स्थानीय लोगों को खाद्य पदार्थ व अन्य सामग्री पहुंचाएंगे। वहीं, भारत से भेजी गई मदद पर तुर्किये ने मोदी सरकार का शुक्रिया कहा है।

भारत की ओर से भी भेजी गई मदद

भारत ने भी भूकंप की मार झेल रहे तुर्किये को भूकंप राहत सामग्री की पहली खेप भेज दी है। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से की गई घोषणा के कुछ घंटों बाद ही भारत ने भूकंप राहत सामग्री की पहली खेप तुर्किये को भारतीय वायु सेना के विमान से भेजी है।

भारत की ओर से भेजी राहत सामग्री की खेप में एक विशेषज्ञ राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल खोज और बचाव दल शामिल है। इसमें पुरुष और महिला दोनों कर्मी, अत्यधिक कुशल डॉग स्क्वॉड, चिकित्सा से जुड़ी चीजें, उन्नत ड्रिलिंग उपकरण और सहायता प्रयासों के लिए आवश्यक अन्य महत्वपूर्ण उपकरण शामिल थे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने यह जानकारी दी।

इससे पहले भारत सरकार ने सोमवार को भूकंप प्रभावित तुर्किये को तत्काल राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की तलाशी और बचाव टीम, चिकित्सा टीम और राहत सामग्री भेजने का फैसला किया था। यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रभावित देश को हरसंभव मदद देने के निर्देश के बाद उठाया गया था।

जानकारी के मुताबिक, 100 सदस्यों की दो एनडीआरएफ टीम प्रशिक्षित श्वानों और आवश्यक उपकरणों के साथ भूकंप प्रभावित इलाके में तलाशी और बचाव अभियान के लिए भेजी गई है। इसके साथ ही प्रशिक्षित चिकित्सकों और पैरा मेडिक की टीम भी आवश्यक दवाओं के साथ रवाना की गई है।

तुर्किये ने भारत को कहा शुक्रिया

भारत की ओर से भेजी गई फौरी मदद पर तुर्किये ने शुक्रिया कहा है। तुर्किये के राजदूत फिराज सुनील ने ट्विटर पर लिखा, ‘दोस्त’ तुर्की और हिंदी में एक आम शब्द है… हमारे तुर्की में एक कहावत है, “दोस्त करा गुंडे बेली ओलुर” (जरूरत में काम आने वाला दोस्त ही दोस्त होता है)। बहुत बहुत धन्यवाद भारत।’

इससे पहले, केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री (MoS) वी मुरलीधरन ने तुर्की के दूतावास का दौरा किया और शोक व्यक्त किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सहानुभूति और मानवीय समर्थन से भी अवगत कराया।

चीन ने 5.9 मिलियन डॉलर की मदद का एलान किया

चीन ने भी तुर्किये को 5.9 मिलियन डॉलर की मदद देने का एलान किया है। चीन सरकार की तरफ से जारी सूचना में ये जानकारी दी गई है। चीन सरकार ने भूकंप के चलते मारे गए लोगों के लिए सहानुभूति भी प्रकट की है। (एएमएपी)