सीएम चौहान ने आगे कहा कि गांधी-नेहरू परिवार के लिए जो नेता गुलामी करते हैं तो राहुल गांधी को राष्ट्रीय नेता बनाने पर तुले हैं। लेकिन सच्चाई यह है कि राहुल गांधी खुद गांधी-नेहरू परिवार के सबसे असफल, गैरजिम्मेदार, कमजोर और घमंडी नेता हैं।
साल 2013 में मनमोहन सिंह की सरकार के समय राहुल गांधी द्वारा एक अध्यादेश फाड़े जाने का जिक्र करते हुए शिवराज ने कहा कि क्या वो अहंकार नहीं था। चौहान ने कहा कि वो अहंकार में डूबे हुए हैं। कांग्रेस नेता पर निशाना साधते हुए शिवराज ने कहा कि राहुल गांधी ने विभिन्न जातियों और वर्गों का अपमान किया है। राहुल गांधी को पता है कि पिछड़े वर्ग के लोग उन्हें चुनौती नहीं दे सकते इसलिए घमंड में आकर कुछ भी कहते हैं। राहुल गांधी ने पूरे समाज को चोर कहकर उन्हें गाली दी है। क्या यह घमंड नहीं है, राहुल गांधी को बताना चाहिए।

सीएम ने आगे कहा कि इसके बाद भी राहुल गांधी कहते हैं कि वो माफी नहीं मांगेंगे। आज पिछड़े वर्ग के लोग यह कह रहे हैं कि ना तो वो कांग्रेस को माफ करेंगे और ना ही राहुल गांधी को। अभी तो सिर्फ सांसदी और सरकारी बंगला गया है अगर कांग्रेस पिछड़े वर्गों के लोगों से यूं ही लड़ती रही तो कांग्रेस का अस्तित्व खत्म हो जाएगा।
शिवराज सिंह ने कहा कि कांग्रेस का इतिहास रहा है कि वो अपने नेताओं के खिलाफ कोर्ट के फैसलों का सम्मान नहीं करती है। कांग्रेस दलित और पिछड़े वर्ग के लोगों का भी सम्मान नहीं करती है। अदालत ने जो फैसला दिया है उसे वो साजिश और लोकतंत्र की हत्या बताते हैं। कांग्रेस के नेता कह रहे हैं कि राहुल गांधी के लिए अलग से कानून होना चाहिए।(एएमएपी)



