पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की सुरक्षा टीम ने गुरुवार को केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखकर कहा है कि उन्हें पंजाब और दिल्ली में जेड प्लस सुरक्षा की जरूरत नहीं है। उनके लिए पंजाब पुलिस और सीएम सुरक्षा की स्पेशल टीम ही काफी है। इस फैसले की वजह बताते हुए चिट्ठी में लिखा गया है कि पंजाब और दिल्ली में 2 सुरक्षा चक्र होने की वजह से प्रॉब्लम हो सकती है। उन्होंने लिखा कि 2 कमांड की वजह से सुरक्षा में नुकसान हो सकता है। भगवंत मान ने यह कार्यवाही केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली में अधिकारों के मुद्दे पर अध्यादेश जारी करने के विरोध में की है।

जेड प्लस सुरक्षा में तैनात होते हैं 55 कमांडो

आपको बता दें कि बीती 25 मई को ही केंद्र सरकार ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को जेड प्लस सुरक्षा मुहैया कराने का आदेश दिया था। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने यह फैसला वीवीआईपी सुरक्षा से संबंधित खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के आधार पर लिया था। जेड प्लस सुरक्षा के तहत सीएम भगवंत मान की सुरक्षा में 55 कमांडो तैनात होने थे। जिसमें 10 से ज्यादा एनएसजी कमांडो शामिल होते।

खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट पर मिली सुरक्षा

पिछले दिनों पंजाब में खालिस्तान समर्थक अमृतपाल और उसके साथियों के खिलाफ शुरू की गई अलगाववादी मुहिम के बाद जो हालात बदले हुए थे, उसको देखकर जेड प्लस सुरक्षा देने का फैसला लिया गया था। केंद्रीय गृह मंत्रालय को खुफिया एजेंसियों ने रिपोर्ट में खालिस्तान समर्थकों के खिलाफ शुरू किए गए ऑपरेशन के चलते सीएम मान को खतरा बताया गया था। वहीं अब सीएम मान की सुरक्षा टीम ने केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखकर कहा है कि उन्हें जेड प्लस सुरक्षा की जरूरत नहीं है। सीएम मान के लिए पंजाब पुलिस और सीएम सुरक्षा की स्पेशल टीम ही काफी है।

इन्हें भी मिली थी जेड प्लस सुरक्षा

आपको बता दें कि पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल, पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह, पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल, पूर्व मंत्री विक्रम सिंह मजीठिया को भी पहले जेड प्लस सिक्योरिटी दी गई थी।(एएमएपी)