चीन ने नेपाल के नागरिकों को बिना वीजा के कैलाश मानसरोवर यात्रा का प्रस्ताव दिया है। हालांकि यह प्रस्ताव चीन से सटे सिर्फ एक ही जिले के नागरिकों के लिए मान्य होगा। नेपाल और चीन के प्रशासनिक और सुरक्षा अधिकारियों की बैठक में चीन ने यह प्रस्ताव रखा है। तिब्बत के पुरांग काउंटी के ताक्लाकोट में दोनों देशों के सीमावर्ती जिले के प्रशासनिक और सुरक्षा अधिकारियों की मंगलवार को हुई बैठक में नेपाल के हुम्ला जिला के निवासियों के लिए कैलाश मानसरोवर तक की यात्रा करने पर वीजा की आवश्यकता नहीं होने का प्रस्ताव दिया गया है।

इस द्विपक्षीय बैठक में नेपाल के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हुम्ला जिले के प्रमुख जिला अधिकारी श्रीनाथ पौडेल ने इसकी पुष्टि की है। पौडेल ने बताया कि हुम्ला जिला के निवासियों को सीमा पार व्यापार करने और मवेशियों को लाने ले जाने के लिए एक विशेष तरह के ‘सीमा पास’ की व्यवस्था है। इनके पास इस तरह का पास होगा उनको ही बिना वीजा कैलाश मानसरोवर के दर्शन की अनुमति देने पर प्रारम्भिक बातचीत हुई है। इस प्रस्ताव को बीजिंग भेजा गया है। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्पकमल दाहाल की प्रस्तावित चीन यात्रा के समय इस पर लिखित समझौता होने की उम्मीद है।

कोविड महामारी के कारण गत चार वर्षों से बंद रहा नेपाल-चीन का यह सीमा नाका इसी साल 1 मई से पुन: संचालन में आया है। प्रत्येक वर्ष होने वाली सीमा सुरक्षा संबंधी बैठक भी चार वर्ष के अन्तराल पर इस बार हुई है। इस बैठक में नेपाल के तरफ से हुम्ला के प्रमुख जिला अधिकारी के अलावा, जिले के पुलिस प्रमुख, सशस्त्र पुलिस बल के प्रमुख, राष्ट्रीय अनुसंधान विभाग के जिला प्रमुख, और कस्टम विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। चीन के तरफ से पुरंग काउंटी तथा ताक्लाकोट के सुरक्षा तथा कस्टम अधिकारियों की उपस्थिति रही।