जनता दल (सेक्यूलर) यानी जेडीएस के कर्नाटक के उपाध्यक्ष सैयद शफीउल्ला साहेब ने पार्टी से अपना नाता तोड़ने का फैसला किया है। शफीउल्ला ने कर्नाटक अध्यक्ष को लिखे अपने इस्तीफ में कहा कि उन्होंने जेडीएस और भाजपा के साथ गठबंधन के कारण खुद को पार्टी से अलग कर लिया है। गौरतलब है, जेडीएस ने कुछ दिनों पहले एलान किया था कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा से हाथ मिलाएगी।

इस्तीफे में शफीउल्ला ने क्‍या कहा?

शफीउल्ला ने जद (एस) कर्नाटक अध्यक्ष को लिखे अपने इस्तीफे में कहा, “मैं यह बताना चाहूंगा कि मैंने समाज और समुदाय की सेवा करने के लिए कड़ी मेहनत की है और पार्टी की सेवा की है, क्योंकि हमारी पार्टी धर्मनिरपेक्ष साख पर विश्वास करती है और उस पर कायम है। पर अब जब हमारे नेता कुमार स्वामी ने बीजेपी के साथ हाथ मिलाया है तो मैंने खुद को पार्टी से बाहर रहने का विकल्प चुना है।” वहीं दूसरी ओर कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि शफीउल्ला के अलावा जनता दल (सेक्युलर) के अध्यक्ष शिवमोग्गा, एम श्रीकांत और यूटी आयशा फरजाना समेत कई अन्य नेताओं ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।

दो दिन पहले ही जेडीएस ने किया गठबंधन का ऐलान

बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा की जनता दल (सेक्युलर) ने शुक्रवार को कर्नाटक में भाजपा के साथ गठबंधन की घोषणा की और 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले औपचारिक रूप से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में शामिल होने का ऐलान भी किया। जद (एस) नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद यह घोषणा की।

2019 के चुनाव में कांग्रेस के साथ किया गठबंधन

जेडी (एस) ने 2019 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस के साथ गठबंधन किया था। हालांकि, इस चुनाव में दोनों को हार का सामना करना पड़ा था। भाजपा ने तब कर्नाटक की 28 में से 25 सीटें जीती थीं। इसके अलावा भाजपा समर्थित एक निर्दलीय उम्मीदवार ने मांड्या निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की थी। (एएमएपी)