पाकिस्तान के बलूचिस्तान में एक मस्जिद के पास बम धमाका हुआ है, जिसमें 52 लोगों की मौत हो गई है। मरने वालों में एक पुलिसकर्मी भी शामिल है। यह घटना शुक्रवार को मस्तुंग जिले में हुई है। बम धमाका उस वक्त हुआ, जब लोग ईद मिलादउन नबी के आयोजन में जुटे थे। असिस्टेंट कमिश्नर अताउल्लाह मुनीम ने बताया कि बम धमाके का असर इसलिए ज्यादा हुआ है क्योंकि मौके पर भारी भीड़ थी।

यह बम धमाका क्यों हुआ और इसके पीछे कौन थे। इस बात का खुलासा नहीं हुआ है। इसी जिले में महीने की शुरुआत में भी एक बम ब्लास्ट हुआ था। इसमें 11 लोग घायल हो गए थे। पुलिस ने बताया कि इस घटना में करीब 130 लोग जख्मी हुए हैं। यह आत्मघाती हमला बताया जा रहा है। पाकिस्तानी चैनलों पर दिखता है कि शवों का ढेर जमीन पर पड़ा है और जहां-तहां खून बिखरा है।

ईद मिलादुन नबी मनाने के लिए एकत्र हो रहे थे लोग

एक अधिकारी ने बताया कि विस्फोट उस मस्जिद के पास हुआ, जहां लोग पैगंबर मुहम्मद के जन्मदिन ईद मिलादुन नबी मनाने के लिए एकत्र हो रहे थे। मस्तुंग के सहायक आयुक्त अत्ता उल मुनीम के मुताबिक, विस्फोट काफी ज्यादा तीव्रता का था। यह मदीना मस्जिद के पास हुआ।

घायलों में से कुछ की हालत गंभीर

स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) जावेद लेहरी ने कहा कि घायलों को एक चिकित्सा सुविधा में स्थानांतरित किया जा रहा है, जबकि अस्पतालों में आपातकाल लागू कर दिया गया है। घायलों में से कुछ की हालत गंभीर है।

हाल ही में एक और विस्फोट हुआ था

हाल ही में बलूचिस्तान के मस्तुंग जिले में एक विस्फोट में जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ) नेता हाफिज हमदुल्ला सहित 11 लोग घायल हो गए थे। इससे पहले पाकिस्तान के पेशावर में एक विस्फोट में फ्रंटियर कांस्टेबुलरी (एफसी) के एक अधिकारी की मौत हो गई थी और दो नागरिकों सहित आठ अन्य घायल हो गए थे।

रेजिमेंट के एक वाहन को बनाया था निशाना

वारसाक के पुलिस अधीक्षक (एसपी) मोहम्मद अरशद खान ने पुष्टि की कि हमले में खैबर पख्तूनख्वा एफसी की मोहमंद राइफल्स रेजिमेंट के एक वाहन को निशाना बनाया गया। वाहन माचनी से पेशावर की ओर जा रहा था, जब विस्फोट हुआ। रिपोर्ट के अनुसार, मोहम्मद अरशद खान ने कहा कि फ्रंटियर कांस्टेबुलरी (एफसी) का एक अधिकारी मारा गया और छह एफसी अधिकारी और दो लोग घायल भी हुए।(एएमएपी)