पीएम मोदी ने जताई संवेदना

पश्चिमी नेपाल में शुक्रवार देररात आए 6.4 तीव्रता के भूकंप से भारी तबाही हुई है। राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। अब तक 154 लोगों के मरने की पुष्टि हुई है। राष्ट्रीय भूकंप निगरानी और अनुसंधान केंद्र के अनुसार, भूकंप रात 11:47 बजे आया। इसका केंद्र जाजरकोट जिले में था। इस बीच शनिवार सुबह भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नेपाल की भूकंप त्रासदी पर गहरी संवेदना जताई है। उन्होंने कहा है कि भारत, नेपाल को हर संभव सहायता देने को तैयार है।

मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका

अधिकारियों ने कहा है कि मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। राहत और बचाव कर्मचारी मलबे में दबे लोगों की तलाश कर रहे हैं। अब तक जाजरकोट में मलबे के ढेर से 92 और रूकुम पश्चिम में 62 लोगों के शव निकाले जा चुके हैं। इस बीच भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भूकंप त्रासदी में जान गंवाने वालों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने शोक संदेश में कहा है कि इस आपदा की घड़ी में भारत, नेपाल को हर संभव मदद देने के लिए तैयार है

प्रभावित क्षेत्र पहुंचे पीएम प्रचंड

नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्पकमल दाहाल प्रचंड प्रभावित क्षेत्र जाजरकोट पहुंच चुके हैं। नेपाली सेना की मेडिकल टीम और दवाइयों के साथ पहुंचे प्रचंड ने भूकंप प्रभावित का निरीक्षण कर रहे हैं। उन्होंने राहत और बचाव के काम में सभी से सहयोग की अपील की है। जाजरकोट और रूकुम के अस्पतालों में जगह नहीं बची है। अब घायलों को सुर्खेत और नेपालगंज के अस्पतालों में हेलीकॉप्टर के जरिए भेजा जा रहा है। आसपास के इलाकों से मेडिकल टीमें बुलाई गई हैं।

40 सेकंड तक लगे झटके

नेपाल के राष्ट्रीय भूकंप मापन केंद्र के अधिकारियों के अनुसार, रात 11.47 बजे भूकंप आया, जिसका केंद्र जाजरकोट में जमीन के नीचे 10 किलोमीटर की गहराई में था। भूकंप का असर भारत और चीन में भी महसूस किया गया। भारत में भी करीब 40 सेकंड तक झटके महसूस किए गए।

काठमांडू में सड़कों पर डरे सहमे दिखे लोग

वहीं, नेपाल की राजधानी काठमांडू और आसपास के इलाकों में भूकंप का तेज झटका महसूस किया गया। जाजरकोट काठमांडू से लगभग 500 किलोमीटर पश्चिम में है। भूकंप का झटका महसूस होते ही काठमांडू में लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। इस दौरान लोग सड़कों पर डरे सहमे दिखे। (एएमएपी)