मशहूर गजल गायक और गजल के ‘बेताज बादशाह’ पंकज उधास ने दुनिया को अलविदा कह दिया है। सोमवार को 72 साल की उम्र उनका निधन हो गया है। उनकी बेटी नायाब उधास ने सोशल मीडिया पर उनकी मौत की पुष्टि की। बताया गया कि काफी लंबे समय से गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे। रहे थे। उन्हें 2006 में पद्मश्री पुरुस्कार से भी नवाजा गया था। जिन्हें प्रसिद्धि फेमस गजल ‘चिट्ठी आई है’ से मिली थी।

फैंस हुए गमगीन

पंकज उधास का निधन ब्रीच कैंडी अस्पताल में हुआ। लंबे समय से वो बीमार थे। बीते कई दिनों से उनकी तबीयत ठीक नहीं चल रही थी। सिंगर के निधन की खबर पता चलने के बाद म्यूजिक जगत में मातम पसरा हुआ है। पंकज जैसे गजल गायक का यूं दुनिया छोड़ जाना फैंस को गमगीन कर गया है। हर कोई सोशल मीडिया पर नम आंखों से सिंगर को आखिरी श्रद्धांजलि दे रहा है। सिंगर और म्यूजिक कंपोजर शंकर महादेवन सदमे में हैं। उन्‍होंने कहा कि पंकज का जाना म्यूजित जगत के लिए बड़ा नुकसान बताया है। जिसकी कभी भरपाई नहीं हो सकती। सोनू निगम ने भी पंकज उधास के निधन पर इमोशनल पोस्ट लिखा है। सोनू निगम ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट साझा कर लिखा है, ‘मेरे बचपन का महत्वपूर्ण हिस्सा आज खो गया है। श्री पंकज उधास जी, आप हमेशा याद आएंगे। आप नहीं रहे, यह देखकर मेरा दिल भर आया है। ओम शांति’।

ऐसे हुई म्यूजिकल करियर की शुरुआत

सिंगर का जन्म 17 मई 1951 को गुजरात के जीतपुर में हुआ था। उनके पिता  किसान थे। दोनों भाई भी सिंगर थे। पंकज बहुत सिंपल लाइफ जीते थे। पंकज के म्यूजिकल करियर की शुरुआत 6 साल की उम्र से हो गई थी। उनके घर में संगीत का माहौल था। इसी को देखते हुए वो भी संगीत की दुनिया में आए और हमेशा से लिए उसके होकर रह गए थे। पंकज उधास ने बताया कि संगीत का पहला एक्सपोजर स्कूल में प्रार्थना करने से शुरू हुआ। उनके संगीत की शुरुआत स्कूल में होने वाली प्रेयर से हुई थी। संगीत का पहला एक्सपोजर स्कूल में प्रार्थना करने से शुरू हुआ। 1980 में उनका पहला एल्बम ‘आहट’ आया था। इसमें कई गजलें उन्होंने गाई थीं। पंकज उधास अपनी गजल गायिकी के लिए फेमस हुए। उनके फेमस गानों में ‘जिएं तो जिएं कैसे बिन आपके…’, ‘चिट्ठी आई है…’, ‘चांदी जैसा रंग है तेरा, सोने जैसे बाल…’, ‘ना कजरे की धार, ना मोतियों के हार…’ शामिल हैं। साल 2006 में भारत सरकार ने उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया था।

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पंकज उधास का परिवार

पर्सनल लाइफ की बात करें तो, पंकज ने फारिदा से शादी की। पंकज उधास अपने तीन भाइयों में सबसे छोटे है। पंकज उधास के माता-पिता केशुभाई उधास और जितुबेन उधास हैं। उनके सबसे बड़े भाई मनहर उधास भी बॉलीवुड फिल्मों के मशहूर गायक रहे हैं। भावनगर से पढ़ाई पूरी कर पंकज उधास परिवार के साथ मुंबई आ गए थे, वहां उन्‍होंने सेंट जेवियर्स कॉलेज से आगे की पढ़ाई की। परिवार में पंकज उधास अपने पीछे पत्‍नी और दो बेटियों को छोड़ गए हैं। (एएमएपी)