हरियाणा के इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के प्रदेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी की हत्या की जिम्मेदारी गैंगस्टर कपिल सांगवान उर्फ नंदू ने ली है। सोशल मीडिया पर नंदू ने कहा कि हत्या उसके विरोधी गैंगस्टर मंजीत महल का साथ देने के लिए की गई है। नंदू ने पिछले साल भाजपा के किसान मोर्चा के पदाधिकारी सुरेंद्र मटियाला की भी मंजीत का साथ देने के लिए हत्या कर दी थी। इसके अलावा दिल्ली पुलिस इस मामले में राजनीतिक कनेक्शन भी खंगाल रही है।सोशल मीडिया पर शेयर की गई उस पोस्ट में कपिल सांगवान की तरफ से कहा गया है कि नफे सिंह की गैंगस्टर मंजीत महाल से गहरी दोस्ती थी। नफे सिंह मनजीत महल के भाई संजय के साथ प्रॉपर्टी पर कब्जा करने का काम करता था। आगे लिखा गया है कि जो उसके दुश्मन से हाथ मिलाएगा, उसका अंजाम यही होगा। कपिल के नाम से की गई इस पोस्ट में आगे कहा गया कि उसके जीजा और उसके दोस्तों के मर्डर में इसने (नफे सिंह राठी) महाल को सपोर्ट किया था।

गैंगस्टर सांगवान के नाम से की गई इस पोस्ट में आगे लिखा है कि इनकी दोस्ती का साथ में फोटो डाल रहा हूं। जो उसके दुश्मनों को सपोर्ट करेगा, वो उसके दुश्मनों को सपोर्ट करेगा। और पूरी 50 गोलियां उसका इंतजार करेंगी। नफे सिंह ने पावर में रहकर जितने लोगों की जमीन कब्जा की और हत्या की, पूरे बहादुरगढ़ को पता है। लेकिन कोई कुछ नहीं बोल पाया उसकी पावर की वजह से। अगर पुलिस उसके जीजा और उसके दोस्तों के मर्डर पर इतनी एक्टिव होती तो उसे ये करने की जरूरत नहीं होती।

मामला सीबीआई के पास

इंडियन नेशनल लोकदल के हरियाणा चीफ नफे सिंह राठी की हत्या की मामला अब सीबीआई के पास है। ये जांच CBI को इसलिए दी गई है, क्योंकि नफे सिंह की हत्या के मामले में सुपारी किलिंग का एंगल भी हैं। और इस हत्याकांड के तार ब्रिटेन में बैठे एक कुख्यात भारतीय गैंगस्टर से जुड़ते नजर आ रहे हैं। जिसकी वदह से अब ये हाई प्रोफाइल केस और भी उलझता जा रहा है। चलिए जान लेते हैं कि आखिर विदेश में बैठा ये अपराधी कपिल सांगवान कौन है?

कौन है गैंगस्टर कपिल सांगवान?

नफे सिंह राठी हत्याकांड के पीछे पहले ही ब्रिटेन में बैठे गैंगस्टर कपिल सांगवान पर शक की सुई घूम रही थी। क्योंकि वो पहले भी इस तरह की राजनीतिक हत्याएं करवा चुका है। अब कपिल सांगवान के नाम से की गई सोशल मीडिया पोस्ट भी इस बात की तस्दीक कर रही है। जिसमें उसकी तरफ से नफे सिंह हत्याकांड की जिम्मेदारी ली गई है। अब आपको बता दें कि आखिर ये कपिल सांगवान है कौन?

कुछ साल पहले कुख्यात गैंगस्टर कपिल सांगवान उर्फ नंदू पेरोल पर जेल से बाहर आया था। और इसके बाद वो फरार हो गया था, फिलहाल वह इंग्लैंड में रहता है। कपिल सांगवान दिल्ली के नजफगढ़ का रहने वाला है। उसका घर नंदा एनक्लेव में है। उसने शुरुआती पढ़ाई दिल्ली के विकासपुरी से की। उसके बाद वो गुरुग्राम में एमिटी यूनिवर्सिटी से होटल मैनेजमेंट कर रहा था। कपिल सांगवान ही नहीं बल्कि उसका भाई भी हत्या के एक मामले में फरार चल रहा है। कपिल के खिलाफ रंगदारी, हथियार के दम पर लोगों से उगाही, आर्म्स एक्ट जैसे कई मामले दर्ज हैं। असल में उसे साल 2014 में आर्म्स एक्ट और झगड़े के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन फिर वो पेरोल पर बाहर आकर फरार हो गया। उसके बाद वो यूके चला गया, जहां से अब वो अपना गैंग चला रहा है। वो जेल में अपनी गैंग के जरिए दहशत फैलाकर उगाही भी करता था।

बीजेपी नेता सुरेंद्र की हत्या में भी नंदू का हाथ

गैंगस्टर कपिल सांगवान पर दिल्ली में बीजेपी किसान मोर्चा के पदाधिकारी सुरेंद्र मटियाला की हत्या का इल्जाम है। असल में उन दिनों कपिल मटियाला की गैंगस्टर मंजीत महाल से कथित नजदीकियों के चलते सांगवान नाराज था। उसने मटियाला को मंजीत से दूर रहने या फिर इसका अंजाम भुगतने की धमकी दी थी। सांगवान और महाल का गिरोह एक दूसरे का कट्टर दुश्मन है। और दोनों गिरोह के गैंगवार में अब तक दर्जन भर से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। पुलिस सूत्रों की मानें तो सांगवान फर्जी पासपोर्ट पर साल 2020 में ही भारत से भाग कर यूके पहुंच गया था। इसके बाद उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया गया। फिलहाल, उसका केस इंटरपोल के पास है। लेकिन ये भी हक़ीकत है कि वो ब्रिटेन से बैठे-बैठे ही भारत में जुर्म की वारदातों को अंजाम देता रहा है।

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अपने गैंग के जरिए कराई थी हत्‍या

साल 2021 में दिल्ली के मटियाला इलाके में बीजेपी नेता सुरेंद्र की हत्या भी कपिल सांगवान उर्फ नंदू ने अपने गैंग के जरिए ही कराई थी। उसके गुर्गों ने इस वारदात को अंजाम दिया था। उसके गुर्गों में विपिन, अनिल, विक्की, अमित, प्रशांत, वासुदेव और कृष्ण कुमार शामिल थे। इनके जरिए ही वो अपने गैंग को यूके से ऑपरेट करता है। कपिल उर्फ नंदू और उसके करीबी सहयोगियों के ठिकानों पर जब उस वक्त दिल्ली पुलिस ने छापेमारी की थी। तो छावला, झज्जर, सोनीपत समेत 23 ठिकानों से कई हथियार, सवा दो करोड़ रुपये कैश और ड्रग्स समेत कई अवैध चीजें बरामद की गई थीं।

गौरतलब है कि नफे सिंह राठी और इनेलो के एक कार्यकर्ता की रविवार को दिल्ली के पास बहादुरगढ़ में अज्ञात हमलावरों ने उनके वाहन पर अंधाधुंध गोलीबारी करके हत्या की थी। इनेलो की हरियाणा इकाई के अध्यक्ष नफे सिंह राठी और एक कार्यकर्ता की हत्या करने के मामले में तीन और लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।  राठी हत्याकांड में अबतक कुल 15 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इनेलो नेता के बेटे जितेंद्र राठी के बयान के आधार पर विजेंद्र राठी, संदीप राठी और पाले राम के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।(एएमएपी)