भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मद्रास स्नातक कोर्सेज में खेल कोटा लागू करने वाला पहला संस्थान बन गया। शैक्षणिक सत्र 2024-25 से प्रत्येक पाठ्यक्रम में इससे संबंधित दो अतिरिक्त सीटें होंगी। शुक्रवार को संस्थान के निदेशक वी कामकोटि ने जानकारी दी। वर्तमान में आईआईटी में खेल कोटा नहीं है, जबकि दिल्ली विश्वविद्यालय समेत देश के कई प्रमुख विश्वविद्यालयों में खेल कोटा मौजूद है। निदेशक ने बताया कि प्रति पाठ्यक्रम दो सीट खेल उत्कृष्टता प्रवेश (एसईए – स्पोर्ट्स एक्सीलेंस एडमिशन)) के माध्यम से आवंटित होंगी। इसमें एक सीट कॉमन होगी, जबकि दूसरी सीट केवल महिलाओं के लिए होगी।

खेल कोटा लागू करने का उद्देश्य

खेल कोटा लागू करने का उद्देश्य उन छात्रों को पुरस्कृत व प्रोत्साहित करना है, जिन्होंने अपनी पसंद के खेल में एक निश्चित स्तर की उत्कृष्टता हासिल की है। एसईए के तहत प्रवेश पात्रता में अभ्यर्थियों ने जेईई एडवांस्ड में कॉमन रैंक लिस्ट (सीआरएल – CRL ) या श्रेणीवार रैंक सूची में स्थान प्राप्त किया हो और पिछले चार वर्षों में राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किसी खेल प्रतियोगिता में कम से कम एक पदक जीता हो। खेलों की विशिष्ट सूची में उनके प्रदर्शन के आधार पर अभ्यर्थियों द्वारा प्राप्त कुल स्कोर के आधार पर एक अलग खेल रैंक सूची (एसआरएल) तैयार की जाएगी। सीट आवंटन केवल एसआरएल के आधार पर किया जाएगा।

पिछले साल रखा गया प्रस्‍ताव

आईआईटी मद्रास की ओर से यूजी कोर्सेज में स्पोर्ट्स कोटा एडमिशन शुरू करने का प्रस्ताव आईआईटी काउंसिल के समक्ष पिछले साल रखा गया था। एक्वेटिक, एथलेटिक्स, शतरंज, क्रिकेट, बैडमिंटन, बास्केटबॉल, क्रिकेट, फुटबॉल, हॉकी, स्क्वैश, टेबल टेनिस, लॉन टेनिस, वॉलीबॉल और वेटलिफ्टिंग खेलों के अभ्यर्थी इसका लाभ ले सकेंगे। राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खेलों को उनके लेवल के हिसाब से अलग अलग वेटेज दी जाएगी।

जानें कैसे होगा एडमिशन, जेईई एडवांस्ड का नियम बदला

एसईए के माध्यम से प्रवेश प्रक्रिया के लिए एक छात्र को जेईई (एडवांस्ड) एग्जाम क्लियर करना होगा, लेकिन यह संयुक्त सीट आवंटन प्राधिकरण (जोसा) पोर्टल के माध्यम से नहीं बल्कि आईआईटी मद्रास द्वारा संचालित एक अलग पोर्टल के माध्यम से होगा। इस कार्यक्रम के माध्यम से एडमिशन के लिए पात्र होने के लिए, उम्मीदवारों को जेईई (एडवांस्ड) में कॉमन रैंक लिस्ट (सीआरएल) या कैटेगरी वाइज रैंक लिस्ट में एक स्थान हासिल करना होगा, और किसी भी राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय में पिछले चार वर्षों में स्तरीय खेल प्रतियोगिता में कम से कम एक पदक जीता होना चाहिए। अधिक जानकारी आईआईटी मद्रास की ऑफिशियल वेबसाइट https://jeeadv।iitm।ac।in/sea/ पोर्टल पर उपलब्ध हैं।

आईआईटी मद्राम यूजी एसईए का फायदा

इस प्रोग्राम की घोषणा करते हुए आईआईटी मद्रास के निदेशक प्रो। वी। कामकोटि ने कहा, ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 में परिकल्पना के अनुसार समग्र शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह एक बहुत ही प्रगतिशील कदम है। यह कदम छोटे बच्चों द्वारा खेलों में उपलब्धियों को स्वीकार करना है। उन्हें इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी के नजरिए से अपने संबंधित खेलों को और समझने का अवसर दें। आईआईटी मद्रास ने खेल-संबंधी कई वैकल्पिक विकल्प जोड़े हैं और इसमें कई अत्याधुनिक सुविधाएं भी हैं।’

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कब शुरू होंगे स्पोर्ट्स एक्सीलेंस एडमिशन?

इस तरह की पहल की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने आगे कहा, ‘इसके अलावा, हम निकट भविष्य में एडवांस्ड डिवाइज के साथ एक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स भी लॉन्च करेंगे। हमें बेहद खुशी है कि ‘स्पोर्ट्स एक्सीलेंस एडमिशन’ जुलाई 2024 से शुरू हो रहा है। हम चाहते हैं कि हमारे पूर्व छात्र विश्व-प्रसिद्ध खिलाड़ी बनें।’ खेलों की एक विशिष्ट सूची में उनके प्रदर्शन के आधार पर उम्मीदवारों द्वारा प्राप्त कुल स्कोर के आधार पर एक अलग ‘स्पोर्ट्स रैंक सूची’ (एसआरएल) तैयार की जाएगी। इस सूची के आधार पर सीट आवंटन किया जाएगा।(एएमएपी)