थर्मल स्क्रीनिंग से भी गुजरना होगा।

चीन में कोरोना वायरस से मची तबाही को देखते हुए भारत अलर्ट हो गया है। सरकार की ओर से जरूरी एडवाइजरी भी जारी की गई है। तेजी से बढ़ती कोरोना वायरस की दहशत के बीच दिल्ली और हैदराबाद हवाईअड्डों पर आ रही अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के यात्रियों की कोविड की रैंडम जांच शनिवार को शुरू हो गई। प्राधिकारियों ने देश में संक्रमण के संभावित प्रसार को रोकने की कोशिशों के तहत यह कदम उठाया है।हवाई अड्डों पर प्रत्येक अंतरराष्ट्रीय उड़ान में आ रहे दो प्रतिशत यात्रियों को रैंडम रूप से चुनकर उनकी कोविड-19 जांच की जाएगी। संबंधित विमानन कंपनी प्रत्येक उड़ान में जांच के लिए यात्रियों की पहचान करेगी और नमूने सौंपने के बाद ही यात्रियों को हवाईअड्डे से जाने की अनुमति दी जाएगी। हवाईअड्डे के प्रवेश द्वार पर सभी यात्रियों की थर्मल जांच की जाएगी और जांच के दौरान जिन लोगों में संक्रमण से मिलते-जुलते लक्षण पाए जाएंगे, उन्हें फौरन अलग किया जाएगा। हवाईअड्डे के एक अधिकारी ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में आ रहे यात्रियों की जांच सुबह शुरू की गई।

इस बीच, हैदराबाद में भी राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आ रही अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के यात्रियों की कोरोना वायरस की रैंडम जांच शुरू हो गई है। सूत्रों के अनुसार, सुबह 11 बजे जेद्दा से आए कुछ यात्रियों के रैंडम नमूने एकत्रित किए गए। उन्होंने कहा कि अभी के लिए नमूने एकत्रित करने के वास्ते दो काउंटर बनाए गए हैं। सोमवार से ऐसे काउंटर की संख्या बढ़ा दी जाएगी। सूत्रों ने बताया कि हवाई अड्डे पर प्रत्येक यात्री की थर्मल जांच की जा रही है।

गौरतलब है कि स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से नागरिक उड्डयन मंत्रालय को लिखी चिट्ठी में कहा गया था कि इंटरनेशनल उड़ानों से आने वाले यात्रियों में से 2 फीसदी का 24 दिसंबर से रैंडम कोरोना टेस्ट किया जाएगा। एयरलाइंस कंपनी तय करेगी कि किन यात्रियों का कोरोना टेस्ट होगा। अलग-अलग देशों से यात्रा करने वाले यात्रियों को भी टेस्टिंग में शामिल किया जाएगा। एडवाइजरी के मुताबिक, इन यात्रियों का सैंपल लेकर उन्हें जाने दिया जाएगा। चिट्ठी में कहा गया कि रैंडम टेस्ट के बाद अगर कोई यात्री कोविड संक्रमित पाया जाता है तो सैंपल को जीनोमिक टेस्ट के लिए भेजा जाना चाहिए।

थर्मल स्क्रीनिंग भी की जाएगी

दुनिया भर में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सरकार ने इंटरनेशलन यात्रियों को लेकर कई जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए हैं। सरकार की एडवाइजरी के मुताबिक, एयरपोर्ट पर आने वाले सभी यात्रियों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने को कहा गया है। साथ ही एयरपोर्ट में एंट्री करने पर वहां मौजूद स्वास्थ्य अधिकारी यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग भी करेंगे। इस दौरान अगर स्वास्थ्य अधिकारियों को किसी यात्री में कोरोना के लक्षण मिलते हैं तो उसे प्रोटोकॉल के तहत मेडिकल सुविधा मुहैया कराई जाएगी। स्वास्थ्य विभाग ने एयरपोर्ट पर आने वाले सभी यात्रियों को प्रोटोकॉल का पालन करने को लेकर निर्देशित किया है।

एडवाएजरी की अहम बातें

1. इंटरनेशनल यात्रियों में 2 फीसदी का रैंडम कोरोना टेस्ट होगा।
2. संबंधित एयरलाइंस ही रैंडम टेस्टिंग के लिए यात्रियों को चुनेंगी। इसमें ज्यादातर उन यात्रियों को शामिल किया जाएगा, जो अलग-अलग देशों से यात्रा कर लौटे हैं। उनका सैंपल लेने के बाद एयरपोर्ट से बाहर जाने दिया जाएगा।
3. टेस्टिंग के दौरान अगर यात्री कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है तो उसका सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा।
4. कोरोना पॉजिटिव यात्रियों को प्रोटोकॉल के तहत आइसोलेटेड किया जाएगा।
5. हालांकि, रेंडम टेस्टिंग से 12 साल से कम उम्र के बच्चों को छूट दी गई है।
6. एडवाइजरी में सभी यात्रियों से खुद की देखभाल करने की हिदायत दी गई है। साथ ही कोरोना का लक्षण पाए जाने पर उसकी रिपोर्ट नेशनल हेल्पलाइन नंबर 1075 पर करने को कहा गया है।  (एएमएपी)