प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर आयोजित एक सार्वजनिक कार्यक्रम में पांच वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाएंगे। पीएम मोदी कल रानी कमलापति-जबलपुर वंदे भारत एक्सप्रेस, खजुराहो-भोपाल-इंदौर वंदे भारत एक्सप्रेस, मडगांव (गोवा)-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस, धारवाड़-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस, और हटिया-पटना वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंकी दिखाकर रवाना करेंगे।
भोपाल-जबलपुर वंदे भारत एक्सप्रेस
रानी कमलापति-जबलपुर वंदे भारत एक्सप्रेस जबलपुर को भोपाल से जोड़ेगी। यह ट्रेन भेराघाट, पचमढ़ी, सतपुड़ा आदि पर्यटन स्थलों को भी जोडेगी। यह ट्रेन इस रूट की मौजूदा सबसे तेज ट्रेन की तुलना में लगभग तीस मिनट अधिक तेज होगी।
खजुराहो-भोपाल वंदे भारत एक्सप्रेस
खजुराहो-भोपाल-इंदौर वंदे भारत एक्सप्रेस मालवा (इंदौर) और बुंदेलखंड (खजुराहो) को भोपाल से जोड़ेगी। इससे महाकालेश्वर, मांडू, महेश्वर, खजुराहो, पन्ना जैसे महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों को भी जोड़ा जाएगा। यह ट्रेन इस रूट पर चलने वाली सबसे तेज ट्रेन की तुलना में लगभग दो घंटे तीस मिनट अधिक तेज होगी।
गोवा-मुंबई वंदे भारत
मडगांव (गोवा)-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस गोवा की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस होगी। यह मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस और गोवा के मडगांव स्टेशन के बीच चलेगी। दो स्थानों को जोड़ने वाली वर्तमान सबसे तेज ट्रेन की तुलना में यह लगभग एक घंटे की बचत करने में मदद करेगी।
बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस
धारवाड़-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस कर्नाटक के महत्वपूर्ण शहरों धारवाड़, हुबली और दावणगेरे को राज्य की राजधानी बेंगलुरु से जोड़ेगी। इससे क्षेत्र के पर्यटकों, छात्रों, उद्योगपतियों को अत्यधिक लाभ होगा। यह ट्रेन रूट की मौजूदा सबसे तेज ट्रेन की तुलना में लगभग तीस मिनट तेज होगी।
बिहार की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस
हटिया-पटना वंदे भारत एक्सप्रेस झारखंड और बिहार के लिए पहली वंदे भारत होगी। पटना और रांची के बीच कनेक्टिविटी बढ़ाने वाली यह ट्रेन पर्यटकों, छात्रों और व्यापारियों के लिए वरदान साबित होगी। दो स्थानों को जोड़ने वाली वर्तमान सबसे तेज़ ट्रेन की तुलना में यह लगभग एक घंटे और पच्चीस मिनट की यात्रा का समय बचाने में मदद करेगी।(एएमएपी)