हांगझोऊ एशियाई खेलों में भारत ने इतिहास रच दिया है। खेलों की शुरूआत से ही भारतीय खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन रहा है। इस बार 100 पार का लक्ष्य लेकर उतरे भारतीय दल ने 100 से ज्यादा पदक जीत लिए हैं। स्पर्धाओं के 13वें दिन भारत ने हॉकी के स्वर्ण सहित नौ पदक जीतकर पदकों की संख्या 95 तक पहुंचाई। 14वें दिन की शुरुआत में ही भारतीय तीरंदाजों ने चार पदक दिलाए और फिर कबड्डी टीम ने स्वर्ण जीतकर भारत का पदकों का शतक पूरा कर दिया।तीरंदाजी में अभिषेक ने रजत और अदिति ने कांस्य पदक अपने नाम किया। शनिवार के दिन का पहला पदक कंपाउंड तीरंदाजी में ही आया। अदिति ने महिला एकल में कांस्य पदक अपने नाम किया। इसके बाद इसी प्रतियोगिता में ज्योति ने स्वर्ण पदक जीता। पुरुषों की कंपाउंड तीरंदाजी प्रतियोगिता का फाइनल अभिषेक और ओजस के बीच था। ऐसे में भारक दोनों पदक पहले से ही पक्के थे। ओजस ने फाइनल में बेहतर प्रदर्शन किया और स्वर्ण पदक हासिल किया, जबकि अभिषेक को रजत से संतोष करना पड़ा। इसके बाद महिला कबड्डी टीम ने चीनी ताइपे को हराकर लगातार चौथी बार एशियाई खेलों का स्वर्ण पदक अपने नाम किया।आइए जानते हैं अब तक एशियाई खेलों में भारत का प्रदर्शन कैसा रहा है। एशियाई खेलों की शुरुआत 1951 में हुई थी। दिल्ली में इसका आयोजन किया गया था और मेजबान भारत ने कुल 51 पदक जीते थे। इसमें 15 स्वर्ण, 16 रजत और 20 कांस्य पदक शामिल थे। पदक तालिका में भारत दूसरे स्थान पर था। हालांकि, इसके बाद भारत को 50 पदक हासिल करने के लिए 31 साल का इंतजार करना पड़ा। 1982 में नई दिल्ली में आयोजित एशियाई खेलों में भारत ने 13 स्वर्ण सहित 57 पदक जीते। 1954 में भारत ने कुल 17 और 1958 में सिर्फ 13 पदक जीते, जबकि 1951 में भारत ने 15 स्वर्ण जीते थे।

1990 में ऐसा मौका भी आया, जब पदक तालिका में भारत शीर्ष 10 में भी नहीं था। इस साल भी भारत के पास सिर्फ 23 पदक थे। इसमें सिर्फ एक स्वर्ण पदक था। 1998 से भारत के प्रदर्शन में सुधार आया और 2006 में पहली बार भारत ने घर से बाहर 50 से ज्यादा पदक जीते। इसके बाद से भारत लगातार 50 से ज्यादा पदक जीतता आया है। 2010 में भारत ने 65 पदक जीते और सबसे ज्यादा पदकों का नया कीर्तिमान हासिल किया। 2018 में भारत ने इसे बेहतर किया और 70 पदक जीते। अब 2023 में भारत ने 71 से ज्यादा पदक हासिल कर लिए हैं और कई अन्य प्रतियोगिताओं में खिलाड़ी फाइनल में पहुंचकर पदक पक्का कर चुके हैं। ऐसे में भारतीय खिलाड़ियों का सफलता की नई कहानी लिखना तय है। भारतीय एथलीट इस बार 100 पार का नारा लेकर हांगझोऊ रवाना हुए थे और इसे सच कर दिखाया है।

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अनुराग ठाकुर ने दी बधाई

एशियाई खेलों में भारत के 100वें पदक का आंकड़ा पार करने पर केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने सभी खिलाड़ियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि देश के एथलीट्स ने वर्तमान और भविष्य के खिलाड़ियों को प्रेरणा दी हैं। एशियाई खेलों के 72 वर्षों में हमारे एथलीटों ने कई विश्व रिकॉर्ड तोड़े हैं और नए एशियाई रिकॉर्ड बनाए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरदर्शिता, उनके द्वारा प्रदान की गई सुविधाएं और हमारे खिलाड़ियों की कड़ी मेहनत एवं दृढ़ संकल्प से भारत ने 100 पदक का आंकड़ा पार किया।

उन्होंने कहा कि हॉकी टीम का प्रदर्शन बेहद शानदार रहा। अब भारत में खेलों के लिए माहौल बनता जा रहा है। प्रधानमंत्री ने साल 2014 में खिलाड़ियों को सुविधाएं देने के लिए कई कदम उठाए, खेलोगे तो खिलोगे का नारा दिया और आज नतीजे सबके सामने हैं। आने वाले एक साल में खिलाड़ी ऑलंपिक खेलों में भी अच्छा प्रदर्शन करेंगे। इन एशियाई खेलों में इतिहास रचने के लिए सभी खिलाड़ियों को सलाम है।(एएमएपी)