लोकसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को केंद्र की सत्ता से उखाड़ फेंकने के लिए विपक्ष की ओर से बनाए गए आईएनडीआई गठबंधन में नेतृत्व की लड़ाई शुरू हो गई है। हाल के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के बाद इस गठबंधन में शामिल क्षेत्रीय दल कांग्रेस पर दबाव बनाने लगे हैं।राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद जितनी तेजी से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गठबंधन की बैठक बुलाई, उतनी ही तेजी से रद्द करनी पड़ी। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ही सबसे पहले समय पर बैठक की सूचना नहीं देने का आरोप लगाया, जिससे कांग्रेस पर गठबंधन में मनमाने तरीके से फैसले लेने के आरोप लगने लगे। इसके बाद ही इस बात के संकेत मिलने लगे कि विपक्षी गठबंधन का खेल बिगड़ रहा है। अब खबर है कि पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस आईएनडीआई गठबंधन में ममता बनर्जी को नेतृत्व सौंपे जाने की मांग करने लगी है। कांग्रेस के एक नेता ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि बंगाल में 42 लोकसभा सीटों में से 40 पर तृणमूल चुनाव लड़ना चाहती है। जबकि बाकी दो में से एक कांग्रेस और एक माकपा को देने की पेशकश कर रही है। इसी वजह से बात नहीं बन पा रही। इसके बाद अब गठबंधन के नेतृत्व को लेकर भी ममता बनर्जी की तरफ से दबाव बढ़ रहा है।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि पश्चिम बंगाल देश का नेतृत्व करेगा और सभी को उचित सम्मान मिलेगा। ममता का यह बयान ऐसे समय आया है जब कुछ दिन बाद ही विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (आईएनडीआईए) की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में (19 दिसंबर को) बैठक होने वाली है। तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष अगले सप्ताह गठबंधन की बैठक में भाग लेने के लिए नई दिल्ली जाने वाली हैं।

बनर्जी ने कहा, ‘पश्चिम बंगाल आज जो कर रहा है वह अन्य राज्यों को चिंतन करने पर मजबूर कर रहा है। बंगाल आज क्या सोचता है, भारत कल वही सोचेगा। हम भारत का नेतृत्व करेंगे और बंगाल हर क्षेत्र में कल देश का नेतृत्व करेगा। हम सबको सम्मान देंगे, सबको रोजगार देंगे, कोई वंचित नहीं रहेगा।’

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उन्होंने सिलीगुड़ी के कंचनजंगा स्टेडियम में एक सार्वजनिक वितरण कार्यक्रम में यह बात कही। इसके बाद कांग्रेस ने उनके इस बयान को गंभीरता से लिया है। 19 तारीख की बैठक में सीट बंटवारे को लेकर बात होनी है। ऐसे में देखने वाली बात होगी कि तृणमूल के साथ कांग्रेस की कैसी बनती है।(एएमएपी)