इमरान के राजनीतिक करियर पर संकट
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और कुरैशी की मौजूदगी में जज ने यह फैसला सुनाया। पिछले साल से ही इस केस की सुनवाई अदियाला जेल में चल रही थी। उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान में आठ फरवरी को आम चुनाव हैं। ऐसे में नौ दिन पहले आया यह फैसला इमरान खान के राजनीतिक करियर के लिए खतरनाक हो सकता है। साइफर का मतलब होता है सीक्रेट कीवर्ड में लिखा गया संदेश। साइफर गुप्त और प्रतिबंधित संदेश होता है। यह डिप्लोमेटिक कम्युनिकेशन का हिस्सा होता है। दो देशों के बीच होने वाली कई तरह की बातचीत को गुप्त रखा जाता है।
अगले पांच साल तक नहीं लड़ पाएंगे चुनाव
संघीय जांच एजेंसी के आरोप पत्र में कहा गया है कि इमरान ने इस संदेश को वापस नहीं किया। पीटीआई लंबे समय से कह रही है कि इस संदेश में इमरान को प्रधानमंत्री पद से हटाने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका की ओर से धमकी दी गई थी। इमरान और कुरैशी चुनाव से पहले जेल में बंद हैं। इमरान खान की उम्मीदवारी भी खारिज हो चुकी है। कुरैशी को जरूर चुनाव लड़ने की छूट मिली है लेकिन आज की सजा का मतलब है कि दोनों अगले पांच साल तक चुनाव नहीं लड़ पाएंगे।
तोशाखाना मामले में भी दोषी ठहराए गए थे इमरान
इमरान खान को पिछले साल पांच अगस्त को तोशाखाना मामले में भी दोषी ठहराते हुए तीन साल की कैद की सजा सुनाई गई थी। पूर्व विदेशमंत्री कुरैशी को पहली बार सजा सुनाई गई है। रावलपिंडी स्पेशल कोर्ट के जज ने सुनवाई की शुरुआत में इमरान और कुरैशी को आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 342 (आरोपी से पूछताछ करने की शक्ति) के तहत एक प्रश्नावली दी। इमरान ने इस पर अपना बयान दर्ज कराया। इसके बाद उनसे गुप्त संदेश के बारे में पूछा। उस पर उन्होंने जवाब दिया: “मैंने अपने बयान में वही कहा है जो मुझे नहीं पता है। गुप्त संदेश मेरे कार्यालय में था।” इसके बाद जज ने मामले में दोनों को 10 साल जेल की सजा सुनाई।
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पीटीआई फैसले को देगी चुनौती
इमरान खान की पार्टी पीटीआई ने इस फैसले की कड़ी आलोचना की है। पीटीआई ने बयान जारी कर कहा है कि उनकी कानूनी टीम इस फैसले को उच्च अदालत में चुनौती देगी। पार्टी ने आरोप लगाया कि इस मामले की सुनवाई के दौरान मीडिया या आम जनता को शामिल नहीं होने दिया गया और जल्दबाजी में फैसला सुनाया गया है। पीटीआई ने कहा कि मार्च-अप्रैल 2022 को जो हुआ, उसे कोई भी अदालती सुनवाई नहीं बदल सकती। इस मामले में कानून का मजाक उड़ाया गया है। पार्टी ने लोगों से 8 फरवरी को होने वाले आम चुनाव में ‘हकीकी आजादी’ के लिए वोट करने की अपील की।(एएमएपी)