भारत में अमीरों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है़ और अब ये करोपड़पतियों का देश बनता जा रहा है। ये अनुमान इस साल इनकम टैक्स रिटर्न फाइलिंग डेटा के एनालिसिस से लगाया जा रहा है। इसके मुताबिक देश में 1 करोड़ रुपये से ज्यादा कमाने वाले करदाताओं की गिनती में बढ़ोतरी हुई है। जी हां, संसद में सरकार ने भी कहा है कि देश में 1 करोड़ रुपये से ज्यादा कमाने वालों की तादाद में बड़ा इजाफा हुआ है और करोड़पतियों की संख्या 31 दिसंबर 2023 तक 2.16 लाख तक पहुंच गई है।खास बात यह है कि कोरोना काल के बाद से अमीरों की संख्‍या में उछाल दर्ज किया जा रहा है। इसकी वजह है कि देश में लोगों की कमाई लगातार बढ़ रही है। अमीरों की संख्या में हो रही ये बढ़ोतरी देश की विकास दर की रफ्तार बढ़ने का मजबूत संकेत है। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले वक्त में भारत में अमीरों के आंकड़े में तेज इजाफा हो सकता है क्योंकि बीते कई बरसों से लोगों की इनकम बढ़ रही है।

विकास दर की रफ्तार बढ़ने का संकेत

भारत में अमीरों की संख्या में हो रही ये बढ़ोतरी देश की विकास दर की रफ्तार बढ़ने का मजबूत संकेत है। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले वक्त में भारत में अमीरों के आंकड़े में और तेज इजाफा देखने को मिल सकता है, क्योंकि साल-दर-साल इसमें बढ़ोतरी हो रही है। दरअसल, केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने लोकसभा में देश के करोड़पतियों का आंकड़ा पेश किया। इसके साथ ही इस वित्त वर्ष अपनी इनकम अपडेट देने वाले टैक्सपेयर्स का आंकड़ा भी पेश किया।

भारत में करोड़पतियों की संख्‍या 2.16 लाख

केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने बताया कि एसेसमेंट ईयर 2023-24 में इनकम अपडेट देने वाले व्यक्तियों की कुल संख्या 12,218 थी, जो कि इससे एक साल पहले 2022-23 की तुलना में अधिक है, उस वर्ष 10,528 लोगों ने अपना इनकम अपडेट दिया था। इस दौरान उन्होंने बताया कि देश में AY22-23 में 1 करोड़ रुपये या इससे ज्यादा की कमाई करने वालों की संख्या 1,87,000 दर्ज की गई थी, लेकिन एसेसमेंट ईयर 2023-24 में एक करोड़ से ज्यादा आय वालों के आईटीआर की संख्या बढ़कर 2,16,000 हो गई।

केंद्रीय मंत्री ने आईटीआर डाटा किया शेयर

अमीरों की संख्या में इस बढ़ोतरी के बारे में जानकारी देते हुए केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने 1 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई वाले लोगों द्वारा भरे गए इनकम टैक्स रिटर्न का डाटा शेयर किया। यहां बता दें कि 1 करोड़ से ज्यादा की आय वाले लोगों की संख्या एसेसमेंट ईयर 2021-22 में 1,14,446 थी, जबकि AY2020-21 में महज 81,653 व्यक्तिगत करदाताओं ने आय एक करोड़ रुपये से ज्यादा दिखाई थी। इनमें व्यक्तिगत करदाता, कंपनी, फर्म और न्यास शामिल हैं।

बढ़ी टैक्स कलेक्शन दर

संसद में एक प्रश्न के जवाब में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने व्यक्तिगत आयकर का डाटा पेश करते हुए कहा कि देश में डायरेक्ट टैक्सकलेक्शन (FY2023-24 के लिए 31 जनवरी 2024 तक) व्यक्तिगत आयकर साल-दर-साल 27.6 फीसदी की दर से बढ़ा है। उन्होंने आगे कहा कि दरों में कटौती के साथ-साथ सरकार के उठाए गए कदमों और अन्य उपायों के कारण टैक्स कलेक्शन में जबर्दस्त बढ़ोतरी हुई है।

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टैक्सपेयर्स में 50 फीसदी का उछाल

बीते 4 सालो में 1 करोड़ रुपये से ज्यादा कमाने वालों की संख्या में 50 फीसदी का उछाल आया है। अगर बात करें 1 करोड़ रुपये से ज्यादा इनकम टैक्स देने वाले टैक्सपेयर्स की संख्या की तो 2019-20 के मुकाबले इसमें 41.5 फीसदी का इजाफा देखा गया जबकि 5 लाख रुपये से ज्यादा इनकम टैक्स देने वालों की संख्या में महज 0.6 फीसदी का इजाफा हुआ है। 2018-19 के मुकाबले 5 लाख से 10 लाख रुपये तक के टैक्स ब्रेकेट में 1.10 करोड़ टैक्सपेयर्स रहे हैं। इन आंकड़ों से साफ हो जाता है कि देश में तेजी से अमीरों की संख्या बढ़ रही है।

महाराष्ट्र पहले और यूपी दूसरे स्थान पर

आकलन वर्ष 2022-23 के दौरान भरे गए आयकर रिटर्न की संख्या 7.78 करोड़ थी। एसेसमेंट इयर 2021-22 में 7.14 करोड़ और आकलन वर्ष 2020-21 में 7.39 करोड़ रिटर्न दाखिल किए गए थे। एसेसमेंट इयर 2022-23 में महाराष्ट्र सबसे आगे रहा जहां पर 1.98 करोड़ रिटर्न भरे गए। उत्तर प्रदेश 75.72 लाख के साथ दूसरे स्थान पर रहा। इसके बाद गुजरात में 75.62 लाख और राजस्थान में 50.88 लाख रिटर्न भरे गए। इस लिस्ट में अगला नंबर पश्चिम बंगाल में 47.93 लाख, तमिलनाडु में 47.91 लाख, कर्नाटक में 42.82 लाख और दिल्ली में 39.99 लाख आयकर रिटर्न दाखिल हुए।(एएमएपी)