पीएम मोदी ने अहमदाबाद में कई विकास परियोजनाओं की रखी आधारशिला

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को आश्वासन दिया है कि अगले पांच सालों में रेलवे का परिवर्तन उनकी कल्पना से ज्यादा होगा। कई रेलवे परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने रेलवे को बुरी स्थिति से बाहर निकालने की दिशा में काम किया है। पीएम मोदी ने कहा कि अब रेलवे का विकास सरकार की शीर्ष प्राथमिकताओं में है। ये 10 साल का काम सिर्फ एक ट्रेलर है और मुझे अभी लंबा सफर तय करना है। उन्होंने कहा कि हमारे लिए विकास परियोजनाएं सरकार बनाने के लिए नहीं, बल्कि विकसित भारत बनाने के लिए हैं। हमारी आने वाली पीढि़यों को उन संघर्षों का सामना न करना पड़े, जिनका सामना हमें करना पड़ा था।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को अहमदाबाद में एक लाख छह हजार करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी और राष्ट्र को समर्पित किया। उन्होंने डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर परियोजना के कई प्रमुख खंड राष्ट्र को समर्पित किए और 10 नई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि स्वतंत्रता के बाद सरकारों ने सामाजिक कल्याण पर राजनीतिक लाभ को प्राथमिकता दी। इसका रेलवे क्षेत्र पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ा। सरकार का जोर भारतीय रेलवे को आत्मनिर्भर भारत और वोकल फॉर लोकल का माध्यम बनाने पर है।

हमारी सरकार ने रेलवे क्षेत्र का परिदृश्य पूरी तरह बदल दिया

उन्होंने कहा कि 10 साल पहले तक 6 पूर्वोत्तर राज्यों की राजधानियों में रेलवे स्टेशन नहीं थे। उनकी सरकार ने रेलवे क्षेत्र का परिदृश्य पूरी तरह बदल दिया। इस क्षेत्र को प्राथमिकता देते हुए हमने औसत रेल बजट को 2014 से पहले के बजट की तुलना में 6 गुना बढ़ा दिया। इन रेलवे ट्रेनों, ट्रैक और स्टेशनों का निर्माण मेड इन इंडिया का एक इको सिस्टम तैयार कर रहा है। उन्होंने कहा कि मैं आज देश को गारंटी दे रहा हूं कि अगले 5 साल में आप भारतीय रेल का ऐसा कायाकल्प होते देखेंगे, जिसकी आपने कल्पना नहीं की होगी। आज का ये दिन इसी इच्छाशक्ति का जीता-जागता सबूत है।

10 नई वंदे भारत ट्रेनों को दिखाई हरी झंडी

प्रधानमंत्री ने अहमदाबाद-मुंबई सेंट्रल, सिकंदराबाद-विशाखापत्तनम, मैसूरू-डॉ एमजीआर सेंट्रल (चेन्नई), पटना-लखनऊ, न्यू जलपाईगुड़ी-पटना, पुरी-विशाखापत्तनम, लखनऊ-देहरादून, कलबुर्गी-सर एम विश्वेश्वरैया टर्मिनल बेंगलुरू, रांची-वाराणसी, खजुराहो-दिल्ली (निजामुद्दीन) के बीच 10 नई वंदे भारत ट्रेनों को आज हरी झंडी दिखाई। साथ ही चार वंदे भारत ट्रेनों के विस्तार को हरी झंडी दिखाई। अहमदाबाद-जामनगर वंदे भारत को द्वारका, अजमेर-दिल्ली सराय रोहिल्ला वंदेभारत को चंडीगढ़, गोरखपुर-लखनऊ वंदे भारत को प्रयागराज, तिरुवनंतपुरम-कासरगोड वंदे भारत को मंगलुरू तक बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने न्यू खुर्जा जंक्शन, साहनेवाल, न्यू रेवाड़ी, न्यू किशनगढ़, न्यू घोलवड और न्यू मकरपुरा से डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पर मालगाड़ियों को भी झंडी दिखाई। 50 प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र राष्ट्र को समर्पित, 51 गति शक्ति मल्टी-मॉडल कार्गो टर्मिनल भी राष्ट्र को समर्पित, 35 रेल कोच रेस्तरां राष्ट्र को समर्पित किए।

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रेलवे का कायाकल्प भी विकसित भारत की गारंटी

उन्होंने कहा कि रेलवे का कायाकल्प भी विकसित भारत की गारंटी है। आज रेलवे में अभूतपूर्व गति से नए रिफॉर्म्स हो रहे हैं। तेज गति से नए रेलवे ट्रैक का निर्माण, 1300 से ज्यादा रेलवे स्टेशनों के आधुनिकीकरण, वंदे भारत, नमो भारत, अमृत भारत जैसी नेक्स्ट जेनरेशन ट्रेन, आधुनिक रेलवे इंजन और कोच फैक्ट्रियां, ये सब 21वीं सदी की भारतीय रेल की तस्वीर बदल रही हैं। प्रधानमंत्री ने आज दहेज में पेट्रोनेट एलएनजी के पेट्रोकेमिकल्स कॉम्प्लेक्स की आधारशिला भी रखी। उन्होंने कहा कि हमारे लिए ये विकास परियोजनाएं सरकार बनाने के लिए नहीं बल्कि राष्ट्र निर्माण का मिशन हैं। 2024 के 75 दिनों में 11 लाख करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन या शिलान्यास किया गया है। वहीं, पिछले 10-12 दिनों में 7 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाओं का अनावरण किया गया है।(एएमएपी)