केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि भारत की प्राथमिकता प्रभुत्व स्थापित करना नहीं बल्कि अपने प्रभाव को बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि अमेरिका हो या चीन कोई भी देश आज भारत को नजरअंदाज नहीं कर सकता।
सीतारमण ने वाशिंगटन में सेंटर फॉर ग्लोबल डेवलपमेंट द्वारा आयोजित ब्रेटन वुड्स एट 80: प्रायोरिटीज फॉर द नेक्स्ट डेकेड’ में परिचर्चा के दौरान ये टिप्पणियां कीं। सीतारमण ब्रेटन वुड्स संस्थाओं की वार्षिक बैठकों में हिस्सा लेने के लिए मंगलवार को यहां पहुंची थीं।
उन्होंने कहा, ‘‘ भारत की प्राथमिकता यह दिखाकर अपना प्रभुत्व स्थापित करना नहीं है कि भारत सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है, हमारी जनसंख्या सबसे अधिक है। बल्कि हमारा लक्ष्य अपना प्रभाव बढ़ाना है।” उन्होंने कहा कि दुनिया में हर छह में से एक व्यक्ति भारतीय है, “आप हमारी अर्थव्यवस्था और जिस तरह से यह बढ़ रही है, उसे नजरअंदाज नहीं कर सकते।’’
भारत क्या मार्गदर्शन की स्थिति में है, इस सवाल पर उन्होंने प्रौद्योगिकी में देश की अग्रणी भूमिका का जिक्र किया और कहा कि भारतीयों के पास जटिल कॉरपोरेट व्यवस्था को चलाने के लिए एक प्रणाली है। उन्होंने कहा, “ आप वास्तव में इसे अनदेखा नहीं कर सकते। अमेरिका जैसा दूर स्थित देश हो या चीन जैसा पड़ोसी, कोई भी देश हमें अनदेखा नहीं कर सकता।”