इमरान ने एक कॉमन फ्रैंड के माध्यम से बातचीत की थी पेशकश।
पाकिस्तान की सियासत में आया भूचाल शांत होता नहीं दिख रहा। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और पूर्व पीएम इमरान खान के बीच बात नहीं बनी है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि डीजीआईएसआई ने उन्हें (इमरान) विश्वास में लेकर प्रेस कांफ्रेंस की। इमरान खान ने एक कॉमन फ्रैंड के माध्यम से बातचीत की पेशकश की थी।
उन्होंने कहा कि इमरान खान दो मामलों पर बातचीत करना चाहते थे। एक तो नए सेना प्रमुख की नियुक्ति और दूसरा जल्दी चुनाव की तारीख पर। पीएम शहबाज ने इन मुद्दों पर बातचीत करने से इनकार कर दिया और चार्टर ऑफ डेमोक्रेसी और चार्टर ऑफ इकोनॉमी पर बातचीत शुरू करने की कोशिश की।
सरकार और पूर्व पीएम में नहीं बनी बात
पीटीआई निकाल रही है मार्च
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने जल्द चुनाव की मांग को लेकर शुक्रवार (28 अक्टूबर) को अपना लॉन्ग मार्च शुरू किया था। लाहौर स्थित लिबर्टी चौक पर इमरान खान के सैकड़ों समर्थकों के जुटने के बाद शुक्रवार को पाकिस्तान में तनाव भी देखने को मिला था। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ये मार्च इसलिए निकाल रहे हैं ताकि सरकार पर दबाव बने और वह जल्दी आम चुनावों की तारीखोंं का ऐलान कर दे। पीटीआई प्रमुख इमरान खान की चार नवंबर को इस्लामाबाद पहुंचने की योजना है।
उनकी पार्टी ने इस विरोध को हकीकी आजादी मार्च नाम दिया है जिसका अर्थ है देश की असल आजादी के लिए मार्च। इसके पहले इमरान खान ने एक वीडियो संदेश में कहा था कि विरोध निजी या राजनीतिक हित के लिए नहीं है, बल्कि इसका मकसद देश को असल में आजादी दिलाना है।
इस्लामाबाद पुलिस ने उठाया ये कदम
पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने लॉन्ग मार्च को लेकर इमरान खान से बातचीत के लिए 9 सदस्यों वाली समिति बनाई थी। इसी बीच इस्लामाबाद पुलिस ने शनिवार को बड़ा कदम उठाते हुए होटलों और अतिथि गृहों को पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की अगुवाई वाली रैली में हिस्सा लेने वाले उनके समर्थकों को ठहरने की सुविधा उपलब्ध कराने से रोक दिया। (एएमएपी)



