रूसी सेना के खेरसान से सेना वापसी के ऐलान के बाद यूक्रेन की सेना संभल कर आगे बढ़ रही है। इसके साथ ही यूक्रेन ने पलायन कर चुके अपने नागरिकों को लौटने में जल्दबाजी न करने की चेतावनी दी है। यूक्रेनी सेना को खेरसान शहर के आसपास बारूदी सुरंगों का जाल बिछा होने की आशंका है। वैसे सूचनाएं आ रही हैं कि खेरसान शहर में अभी भी हजारों रूसी सैनिक मौजूद हैं।यूक्रेन के सेना प्रमुख वैलेरी जालुझनी ने कहा है कि अभी यह पुष्टि नहीं हुई है कि खेरसान से रूसी सैनिक निकल गए हैं। बावजूद इसके यूक्रेनी सेना बुधवार को सात किलोमीटर आगे बढ़ी है और उसने दर्जन भर गांवों व अन्य ठिकानों को आजाद कराया है।

यूक्रेनी सेना प्रमुख ने कहा है कि उनके सैनिक निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सतर्कता बरतते हुए आगे बढ़ रहे हैं, खेरसान में दाखिल होने के लिए जल्दबाजी नहीं की जाएगी। वैसे यूक्रेनी सेना अब खेरसान शहर से 55 किलोमीटर दूर है। वहां के एक गांव में यूक्रेनी सैनिकों के पहुंचने और वहां पर ग्रामीणों के साथ यूक्रेनी झंडा फहराने का वीडियो यूक्रेन के सरकारी टेलीविजन पर दिखाई दिया है।

रूस खेरसोन क्यों छोड़ रहा है?

रूसी कमांडर ने साफ़ कहा है कि वो खेरसोन में अब अपने सैनिकों तक सामान की आपूर्ति करने में विफल हैं इसलिए अपनी सेना को शहर से बाहर निकलने को कह रहे हैं। रूस का कहना है कि उसने शहर से 70 हज़ार नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकाला है और उसके शहर से अधिकारियों को भी बाहर निकालने के संकेत हैं। खेरसोन क्षेत्र में रूस की तरफ़ से नियुक्त डिप्टी नागरिक प्रशासक किरील स्ट्रेमूसोव का कहना है कि रूस की सेनाएं नाइपरो नदी के पश्चिम में स्थित शहर के हिस्से से पीछे हट रही हैं। उन्होंने कहा है, “बहुत संभव है कि हमारे सैनिक और हमारी यूनिटें शहर के पूर्वी तट की तरफ़ आ जाएं।” (एएमएपी)