गुजरात विधानसभा चुनाव।

गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस नेता राहुल गांधी अब तक प्रचार से दूर रहे हैं। लेकिन अमरेली में 22 नवंबर को एक बड़ी जनसभा के जरिए राहुल गांधी की गुजरात विधानसभा चुनाव में एंट्री हो रही है। पार्टी को उम्मीद है कि इससे अमरेली के साथ-साथ आसपास की दो दर्जन से अधिक सीटों पर असर पड़ेगा और कांग्रेस की चुनावी तैयारियों को बल मिलेगा। लेकिन राहुल गांधी की रैली से पहले 20 नवंबर को अमरेली के उसी मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी जनसभा होनी है, लिहाजा अचानक ही इस रैली को ‘मोदी बनाम राहुल’ के नजरिये से देखा जाने लगा है। कांग्रेस भाजपा की रैली से ज्यादा बड़ी भीड़ लाने के लिए जुट गई है।यह पहला मामला नहीं है कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमरेली में चुनाव प्रचार के लिए जा रहे हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने भाजपा के लिए जमकर प्रचार किया था, हालांकि भाजपा को इसका कोई लाभ नहीं मिल पाया था। अमरेली की पांच में से चार सीटों (अमरेली, राजुला, लाठी और सांवरकुंडला) पर कांग्रेस के उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की थी, जबकि एक सीट धारी पर भाजपा उम्मीदवार जीतने में सफल रहा था।

कांग्रेस राहुल गांधी की अमरेली की जनसभा के बाद एक अन्य जनसभा आयोजित कर पार्टी के चुनाव प्रचार में मजबूती लाने की कोशिश करेगी। इसके बीच अन्य शीर्ष नेताओं के कार्यक्रम भी तय किए जा रहे हैं।

गुजरात कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अर्जुन भाई मोडवाडिया ने कहा कि मीडिया के प्रचार से दूर कांग्रेस जमीनी स्तर पर चुनाव प्रचार में जुटी हुई है और इसका सीधा असर आने वाले चुनाव परिणाम में दिखाई पड़ेगा। कांग्रेस ग्रामीण क्षेत्रों में मजबूती के साथ अपना जनाधार बनाये रखने के साथ-साथ शहरी क्षेत्रों में भी मजबूत होने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी उनके लोकप्रिय नेता हैं, उनके अमरेली आने से पार्टी के प्रचार को बूस्टर डोज मिलेगी। राहुल गांधी की एक अन्य जनसभा भी आयोजित की जाएगी जिससे पूरे गुजरात में पार्टी के चुनाव प्रचार को गतिशीलता प्रदान किया जा सके।

कांग्रेस के अनुभवी नेता मोडवाडिया ने बताया कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से राहुल गांधी की छवि एक जननायक की बनकर उभरी है। इससे केवल गुजरात में ही नहीं, बल्कि पूरे देश में पार्टी को मजबूत बनाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में राहुल गांधी के साथ पार्टी के अन्य शीर्ष नेताओं की जनसभाएं भी आयोजित की जायेंगी। कांग्रेस नेता ने दावा किया कि भाजपा के 27 साल के शासन में उपजा जनाक्रोश उनकी बड़ी ताकत है और वे इस चुनाव में सरकार बनाने में सफल रहेंगे।

अर्जुन भाई मोडवाडिया ने कहा कि आम आदमी पार्टी के यहां आने से कोई बड़ा असर नहीं होने वाला है। यहां के लोग उन्हें एक वोट कटवा जैसी पार्टी के रूप में देख रहे हैं। इसी बीच कांग्रेस ने भी 300 यूनिट बिजली, 500 रुपये में सिलेंडर और कर्जमाफी जैसी घोषणाएं कर दी हैं, लिहाजा आम आदमी पार्टी का दावा अब कमजोर पड़ गया है। उनका दावा है कि आम आदमी पार्टी का गुजरात में प्रमुख विपक्षी दल बनने का सपना पूरा नहीं हो पायेगा और उसका खाता खुलना भी मुश्किल होगा। (एएमएपी)