राष्ट्रपति जिनपिंग का इस्तीफा मांग रहे लोग
इस सख्त नीति के खिलाफ राजधानी बीजिंग सहित देश के विभन्नि शहरों में लोगों ने अभूतपूर्व प्रदर्शन शुरू किए हैं। जनता लॉकडाउन और आने-जाने के प्रतिबंधों को उठाने की मांग कर रही है। साथ ही चीन की साम्यवादी पार्टी के शासन का भी विरोध शुरू हो गया है और लोग राष्ट्रपति शी जिनपिंग के इस्तीफे की भी मांग कर रहे हैं। शंघाई में चल रहे प्रदर्शन में लोगों ने शी जिनपिंग गद्दी छोड़ो, साम्यवाद पार्टी गद्दी छोड़ो, चीन से प्रतिबंध हटाओ, पीसीआर टेस्ट नहीं चाहिए, पत्रकारों को आजादी दो… के नारे लगाए। इस दौरान शंघाई में भारी पुलिस बल देखा गया जो लोगों को प्रदर्शन करने से रोक रहा है।
चीन में चल रहे प्रदर्शन बीजिंग से शुरू होकर तेजी से लॉन्चो, शियान, चोंगकिंग, वुहान, झेंगझोऊ, कोरला, होटन, ल्हासा, उरुमकी, शंघाई, नानजिंग, शिजियाझुआंग शहरों तक फैल गए हैं। पिछले तीन दिनों से इन प्रदर्शनों के दौरान कहीं-कहीं पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच टकराव की भी खबरें आ रही हैं। पुलिस ने कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में भी लिया है। अलग-अलग शहरों में पुलिस बलों की संख्या लगातार बढ़ाई जा रही है।
बीते 10 महीने से जीरो कोविड पॉलिसी लागू
चीन में पिछले 10 महीनों से शून्य कोविड नीति लागू है, जिसे लेकर कई तरह की पाबंदियां लगाई गई हैं। इस बीच डेली कोरोना केस भी बड़ी संख्या में रिपोर्ट हो रहे हैं। चीनी नेशनल हेल्थ कमीशन के मुताबिक सोमवार को देश भर में 38,645 नए कोविड मामले दर्ज हुए। रविवार को 40 हजार मामले दर्ज किए गए थे, जो इस बीच अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा था। देश में सक्रिय मामलों का आंकड़ा 3 लाख की संख्या को पार कर गया है।
कोरोना के बढ़ते मामलों को रोकने की कवायद में सरकार ने विभिन्न प्रकार के प्रतिबंध लगा दिए हैं। कोरोना के संक्रमण को देखते हुए सख्त लॉकडाउन लगाया है, जिसमें 66 लाख लोग घरों में कैद है। इन्हें दैनिक जरूरत का समान लेने के लिए भी बाहर निकलने की अनुमति नहीं है। जनता रोज होने वाली कोरोना की जांच से भी परेशान है। नियम का पालन न करने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है। (एएमएपी)