पाकिस्तान में इन दिनों आर्थिक हालात इतने खराब हैं कि आम जनता महंगाई से त्रस्त है और लोग सरकार के विरोध में सड़कों पर हैं। लेकिन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ इन हालातों में भी कश्मीर राग अलापने से बाज नहीं आ रहे हैं। उन्होंने रविवार को कश्मीरी लोगों को तब तक कूटनीतिक, राजनीतिक और नैतिक समर्थन देने की बात दोहराई जब तक कि उन्हें संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के अनुसार आत्मनिर्णय का अधिकार नहीं मिल जाता।मुजफ्फराबाद में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) विधानसभा के एक विशेष सत्र को संबोधित करते हुए पीएम शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान ने हमेशा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रासंगिक प्रस्तावों के अनुसार जम्मू-कश्मीर विवाद के शांतिपूर्ण समाधान पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि पूर्वी तैमूर, दारफुर और दुनिया के अन्य क्षेत्रों को जातीय आधार पर स्वतंत्रता दी गई थी लेकिन कश्मीर और फिलिस्तीन में यह लागू नहीं होता है।

पाकिस्तान में कश्मीरियों के प्रति समर्थन के मनाया जाता है ‘कश्मीर एकजुटता दिवस’

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ‘कश्मीर एकजुटता दिवस’ के अवसर पर बोल रहे थे, जिसे पाकिस्तान में कश्मीरियों के प्रति समर्थन व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है। पाक पीएम ने विशेष संदेश में कहा कि वह पाकिस्तान के लोगों के लिए कश्मीरीयों के समर्थन के लिए प्रतिबद्ध हैं।

बिलावल भुट्टो बोला- कश्मीर विवाद पाकिस्तान के लिए प्रमुख मुद्दा

वहीं विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा कि जम्मू और कश्मीर विवाद पाकिस्तान की विदेश नीति का एक प्रमुख स्तंभ बना रहेगा। बिलावल ने कहा कि हम कश्मीरी लोगों को निरंतर नैतिक, कूटनीतिक और राजनीतिक समर्थन देना जारी रखेंगे। पाकिस्तानी सेना के शीर्ष अधिकारियों ने भी संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के अनुसार आत्मनिर्णय के अपने अधिकार के लिए कश्मीरियों के संघर्ष को श्रद्धांजलि दी।

सेमिनार और अन्य कार्यक्रम आयोजित हुए

‘कश्मीर एकजुटता दिवस’ के मौके पर इस्लामाबाद, मुजफ्फराबाद, गिलगित और चार प्रांतीय राजधानियों में सॉलिडैरिटी वॉक का आयोजन किया गया। कश्मीर मुद्दे और पाकिस्तान के लिए इसके महत्व को उजागर करने के लिए सेमिनार और अन्य कार्यक्रम भी आयोजित किए गए।

भारत के दो टूक, कहा- कश्मीर भारत का अभिन्न अंग

हालांकि, भारत ने बार-बार पाकिस्तान से कहा है कि जम्मू और कश्मीर भारत का अभिन्न हमेशा के लिए था, है और रहेगा और भारत ने हमेशा पाकिस्तान को वास्तविकता स्वीकार करने और भारत विरोधी सभी प्रचार बंद करने की सलाह भी दी है। नई दिल्ली ने इस्लामाबाद से यह भी कहा है कि जम्मू-कश्मीर से जुड़े मुद्दे उसका आंतरिक मामला हैं और देश अपनी समस्याओं को हल करने में सक्षम है। भारत ने कहा है कि आतंकवाद और शत्रुता से मुक्त वातावरण बनाने की जिम्मेदारी पाकिस्तान की है।(एएमएपी)