चंद्र मिशन की सफलता के बाद अब भारत जल्दी ही सूर्य के अध्ययन के सफर पर निकलेगा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) सूर्य के लिए आदित्य मिशन की तैयारी कर ली है। इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने गुरुवार को बताया कि आदित्य एल 1 सूर्य का अध्ययन करने वाला भारत का पहला अंतरिक्ष मिशन होगा। इसे अगले महीने यानी सितंबर के पहले या दूसरे सप्ताह में लॉन्च किया जाएगा। इसका मकसद करीब से सूर्य का निरीक्षण, इसके वातावरण और चुंबकीय क्षेत्र के बारे में स्टडी करना है।

एस सोमनाथ ने बताया कि सूर्य के लिए आदित्य मिशन सितंबर में लॉन्चिंग के लिए तैयार हो रहा है। इसके साथ इसरो गगनयान पर भी तेजी से काम कर रहा है। कई परीक्षण के बाद संभवतः 2025 तक पहला मानवयुक्त मिशन पूरा किया जा सकता है। गगनयान मानवयुक्त अंतरिक्ष यान है, जिस पर इसरो कई सालों से काम कर रहा है।

सूरज को समझेगा आदित्य एल-1

इसरो सूरज को समझने के लिए आदित्य एल-1 का प्रक्षेपण करेगा। यह देश का पहला अंतरिक्ष अभियान होगा, जो सूर्य का अध्ययन करेगा। आदित्य एल-1 सूर्य और पृथ्वी के बीच एक खास बिंदु लैंगरेंज पॉइंट-1 जिसे एल-1 कहा जाता है, वहां स्थापित होगा। यान सूर्य की हर गतिविधि पर नजर रखेगा। सूर्य को समझने के लिए इसरो का यान 15 लाख किलोमीटर की दूरी तय करेगा। इसे सितंबर में श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से छोड़ा जाएगा।(एएमएपी)