मोरक्को में घड़ी की सूई घूमने के साथ-साथ भूकंप से हुई जानमाल की तबाही का डरावना मंजर दुनिया के सामने आने लगा है। हाई एटलस पहाड़ियों पर शुक्रवार देररात आए इस भूकंप ने कई शहर और गांवों को मकतल बना दिया है। मोरक्को के आंतरिक मंत्रालय ने आज कहा है कि मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 2,012 और घायलों का 2,059 पहुंच चुका है। इनमें से1,404 की हालत गंभीर है। यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स में दी गई है।मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भूकंप के केंद्र के पास अमिजमिज गांव में भारी तबाही हुई है। राहत और बचाव का काम चल रहा है। मलबे से गलियां पट गई हैं। अपनों के शव देखकर लोगों की आंखें पथरा गई हैं। इस भूकंप से प्राचीतम शहर मराकेश में भी भारी विनाश हुआ है। इस शहर में यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल सूची में शामिल कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। भूकंप से सबसे ज्यादा विनाश अल हौज, उआरजाजेट, मराकेश, अजीलाल, चिचौआ और तारौदंत प्रांतों में हुआ है।

मोरक्को के भू-भौतिकी केंद्र की कल की सूचना के मुताबिक भूकंप हाई एटलस के इघिल क्षेत्र में आया। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 7.2 थी। अमेरिकी भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण ने भूकंप की तीव्रता 6.8 बताई । उसने कहा है कि यह 18.5 किलोमीटर (11.5 मील) की अपेक्षाकृत उथली गहराई पर था।

जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहे प्रधानमंत्री मोदी ने मोरक्को में आए भूकंप के कारण लोगों की मौत पर दुख जताया है। उन्‍होंने कहा है कि “इस दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं मोरक्को के लोगों के साथ हैं। अपने प्रियजन को खोने वाले लोगों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। भारत इस मुश्किल वक्त में मोरक्को को हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है।” (एएमएपी)