संयुक्त राष्ट्र महासभा में हिस्सा लेने पहुंचे डोमिनिका के विदेशमंत्री डॉ. विंस हेंडरसन ने मंच से भारत की जमकर तारीफ की है। डॉ. विंस हेंडरसन ने कहा कोरोना महामारी के दौरान भारत से मिले सहयोग को शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता। दरअसल, कोरोना महामारी के दौरान जब दुनिया के सभी देश अपने लोगों को बचाने में जुटे थे, उस वक्त भी भारत सरकार ने अपने लोगों के साथ-साथ दुनिया के लोगों की भी भलाई सोची थी। उसी सोच के तहत भारत ने दुनिया के कई देशों को कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराई थी।

डोमिनिका के विदेश मंत्री ने की भारत की जमकर तारीफ

बता दें कि अमेरिका के न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा का आयोजन हो रहा है और दुनिया के शीर्ष नेता इस आयोजन में भाग ले रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र के मंच से डोमिनिका के विदेश मंत्री डॉ. विंस हेंडरसन ने भारत की जमकर तारीफ की। डॉ. विंस हेंडरसन ने कहा कि ‘कोरोना महामारी के दौरान हमने जो सबक सीखे, उन्होंने मुझे बहुत प्रेरित किया है। इस महत्वपूर्ण मंच से मैं बताना चाहता हूं कि मुझे याद है कि जब कोरोना महामारी के दौरान यह सोच रहे थे कि हम कैसे कोरोना वैक्सीन पा सकते हैं और अपने लोगों को बचा सकते हैं। खासकर हमारे जैसा छोटा देश, जो पर्यटन पर निर्भर करता है, हमें अपने लोगों की सुरक्षा करनी जरूरी थी। हम इस बारे में सोच ही रहे थे कि भारत ने हमारी अपील पर प्रतिक्रिया देते हुए हमे वैक्सीन मुहैया करा दीं।’

भारत ने दुनिया के 98 देशों को कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराई

डोमिनिका के विदेश मंत्री ने कहा कि ‘जब हमें वैक्सीन मिल गईं तो फिर हमने इन्हें अन्य  कैरेबियाई देशों को उपलब्ध कराया। इसलिए मैं इस अहम मंच से और खासकर व्यक्तिगत रूप से भारत के लोगों और वहां की सरकार को तहे दिल से शुक्रिया अदा करना चाहते हैं कि वह जरूरत के समय हमारी मदद के लिए आगे आए।’ बता दें कि कोरोना महामारी के दौरान भारत ने वसुधैव कुटुंबकम के मंत्र को चरितार्थ करते हुए दुनिया के 98 देशों को कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराई थी। भारत की इस वैक्सीन मैत्री को दुनियाभर में सराहा गया। खास बात ये है कि कई गरीब देश, जो शायद पश्चिमी देशों की प्राथमिकता में थे ही नहीं, वहां भी भारत ने समय से वैक्सीन पहुंचाकर मानवता की नई मिसाल पेश की थी।

इन देशों ने भी की तारीफ

इंडिया-यूएन सम्मेलन के दौरान भूटान के विदेश मंत्री तांदी दोरजी ने कहा कि ‘वैक्सीन मैत्री, भारत के सबसे बड़े मानवीय पहल में से एक है। वैक्सीन मैत्री के तहत भारत ने दुनिया के 100 से ज्यादा देशों को कोरोना वैक्सीन मुहैया कराई। भारत और भूटान की साझेदारी ग्लोबल साउथ में मजबूत द्विपक्षीय संबंधों का उदाहरण है।’

मॉरिशस के खाद्य सुरक्षा मंत्री मनीष गोबिन ने सम्मेलन के दौरान कहा कि ‘1990 में भारत एक बंद अर्थव्यवस्था था और अब देखिए कि भारत कहां पहुंच गया है। लेकिन भारत अन्य देशों को नहीं भूला है। यह ऐसा देश नहीं है जो दूसरों को बाय-बाय बोल दे। भारत ग्लोबल साउथ को फैसले लेने वाले मंच पर एक साथ लेकर आ रहा है। मॉरीशस जैसे देश का जी20 जैसे मंच पर आना इसका उदाहरण है।’

मालदीव के विदेश मंत्री अहमद खलील ने कहा कि ‘भारत अगले 25 सालों में दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है। दुनिया भारत की प्रतिबद्धता की कायल है। हम कोरोना महामारी से जल्दी उबर सके, उसकी एक अहम वजह भारत भी है। यह हमारे करीबी साथी और दोस्त के बिना संभव नहीं होता।’(एएमएपी)