केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने दिल्ली के तथाकथित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अपनी जांच का दायरा बढ़ाते हुए पूछताछ के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को समन भेजा है। अब इस घोटाले की जांच की आंच दिल्ली से पंजाब तक पहुंच गई है। पंजाब के मोहाली में आम आदमी पार्टी के विधायक कुलवंत सिंह के घर पर ईडी ने छापेमारी की है।

जांच में जुटी एजेंसी

बता दें कि ईडी ने कुलवंत सिंह के दफ्तर पर भी तलाशी ली है। ईडी फिलहाल अमृतसर, लुधियाना और मोहाली में शराब डीलरों के खिलाफ भी ऐक्शन ले रही है। उनको लेकर एजेंसी जांच में जुटी है। सूत्रों के मुकाबिक ईडी कुलवंत सिंह के घर और दफ्तर में मौजूद दस्तावेजों की पड़ताल कर रही है। वहीं, ईडी ने अरविंद केजरीवाल को दिल्ली
आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन मामले में पूछताछ के लिए दो नवंबर को पेश होने को कहा है।

ईडी ने कुलवंत सिंह के घर क्‍यों मारा छापा?

अब तक ईडी ने यह जानकारी आधिकारिक तौर पर नहीं दी है कि कुलवंत सिंह के घर पर रेड किस मामले में मारी गई है। लेकिन सूत्रों का कहना है कि यह मामला शराब घोटाले का ही है। हाल ही में पर्यावरण मंजूरी के एक मामले में भी कुलवंत सिंह पर आरोप लगे थे। इसे लेकर गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित ने भगवंत मान को चिट्ठी लिखी थी। उन्होंने मान से कहा था कि आपके विधायक ही यहां रियल एस्टेट का कारोबार कर रहे हैं। इसकी आड़ में वे नियमों का उल्लंघन भी कर रहे हैं, जिस पर लगाम कसने की जरूरत है।

पंजाब की राजनीति में उबाल

कुलवंत सिंह पर छापे ने पंजाब की राजनीति में भी उबाल पैदा कर दिया है। बिक्रम जीत सिंह मजीठिया ने ट्वीट कर कहा है कि पंजाब में भी 550 करोड़ रुपये का शराब घोटाला हुआ है। मजीठिया ने ट्वीट किया, ‘ईडी ने आप विधायक कुलवंत सिंह पर दिल्ली और पंजाब के शराब घोटाले को लेकर छापा मारा है। दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल को समन जारी करने के बाद अब ईडी ने अब शराब घोटाले के पंजाब लिंक को खोलना शुरू किया है। यह जरूरी है कि पंजाब में हुए 550 करोड़ रुपये के शराब घोटाले को उजागर किया जाए। जिसका सीधा फायदा सीएम भगवंत मान और हरपाल चीमा को मिला है।’

अनुराग ठाकुर का केजरीवाल पर तंज

केजरीवाल को ईडी के नोटिस मिलने पर भारतीय जनता पार्टी ने ईमानदारी पर सवाल उठाया है। केंद्रीयमंत्री अनुराग ठाकुर ने “ईमानदारी के सर्टिफिकेट” को लेकर केजरीवाल पर तंज कसा है। केंद्रीयमंत्री ठाकुर ने मीडिया से कहा, ”जो लोग ईमानदारी का सर्टिफिकेट देते थे, उनके मंत्री एक के बाद एक जेल गए और उन्हें जमानत तक नहीं मिली। पिछले एक साल से अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, सत्येन्द्र जैन और संजय सिंह को ईमानदारी का सर्टिफिकेट दे रहे हैं। सच्चाई तो यह है कि जब से वे सत्ता में आए हैं, उनके नेता एक के बाद एक भ्रष्टाचार में लिप्त पाए गए हैं। पिछले आठ सालों में देखें कि कैसे आम आदमी पार्टी ने व्यापक भ्रष्टाचार किया है।”

उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली से लेकर पंजाब तक में भ्रष्टाचार किया है। आज स्थिति यह है कि पता नहीं उनके मंत्रियों की संख्या जेल में ज्यादा है या बाहर। अरविंद केजरीवाल दूसरों को सर्टिफिकेट बांटते हैं, खुद की पार्टी के भ्रष्टाचार पर होंठ सिल लेते हैं। (एएमएपी)