सात चरणों में होंगे चुनाव, आचार संहिता लागू

देश में आम चुनाव की रणभेरी बज चुकी है। चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि इस बार चुनाव 19 अप्रैल से 1 जून के बीच सात चरणों में होंगे और 4 जून को वोटों की गिनती होगी। पहले फेज की वोटिंग 19 अप्रैल, दूसरी फेज की वोटिंग 26 अप्रैल, सात मई को तीसरा फेज, 13 मई को चौथा फेज, 20 मई को पांचवां फेज, 25 मई को छठा फेज और एक जून को सातवें चरण की वोटिंग होगी। 18वीं लोकसभा के गठन के लिए चुनाव कार्यक्रम घोषित होने के साथ ही देश में आचार संहिता तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है।

96.8 करोड़ मतदाता करेंगे लोकसभा चुनाव में मतदान

मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि लोकसभा चुनाव 2024 में 96.8 करोड़ मतदाता होंगे जबकि 2019 में 90 करोड़ मतदाता थे। इनमें से 49.7 करोड़ पुरुष और 47.1 करोड़ महिलाएं हैं। इस बार 1.8 करोड़ पहली बार के नए मतदाता हैं जोकि 18 से 19 वर्ष के हैं। उन्होंने कहा कि हम 1.5 करोड़ मतदान अधिकारियों और 10.5 लाख मतदान केंद्रों के साथ लोकतंत्र का जश्न मनाने के लिए तैयार हैं। चुनाव में 55 लाख से अधिक ईवीएम का उपयोग किया जाएगा। चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों को प्रचार के दौरान मर्यादा बनाए रखने और दुर्व्यवहार तथा व्यक्तिगत हमलों से बचने की सलाह दी है।

कुल मतदाताओं में 49.7 करोड़ पुरुष, 47.1 करोड़ महिलाएं, 48 हजार ट्रांसजेंडर शामिल हैं। चुनाव आयोग के आंकड़े के अनुसार, देशभर में मतदाता लिंगानुपात 948 है, 12 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में पुरुष मतदाताओं की तुलना में महिला मतदाताओं की संख्या अधिक है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया, ”हमारी मतदाता सूची में 85 साल से अधिक उम्र के 82 लाख और सौ साल से अधिक उम्र के 2.18 लाख मतदाता शामिल हैं।”

फेक न्यूज फैलाने वालों पर रहेगी नजर

चुनाव आयोग ने चुनाव के दौरान फेक न्यूज फैलाए जाने पर भी चिंता जताई है। इस दौरान सोशल मीडिया पर भी काफी नजर रहेगी और फेक न्यूज फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी। राजीव कुमार ने कहा कि चुनावी प्रक्रिया में बाहुबल के अलोकतांत्रिक प्रभाव को रोकने के लिए कई उपाय किये हैं। सभी उम्मीदवारों को समान अवसर सुनिश्चित करने के लिए डीएम और एसपी को सख्त निर्देश दिए गए हैं। सीएपीएफ को पर्याप्त रूप से तैनात किया जाएगा और प्रत्येक जिले में एकीकृत नियंत्रण कक्षों द्वारा सहायता प्रदान की जाएगी। निगरानी सुनिश्चित करने के लिए चेक पोस्ट और ड्रोन का इस्तेमाल होगा।

चुनाव में नहीं होने देंगे कोई हिंसा

राजीव कुमार ने कहा कि चुनाव के दौरान सीएपीएफ की तैनाती पर्याप्त संख्या में की जाएगी। इस बार नया प्रयोग कर रहे हैं। चुनाव में हिंसा की कोई जगह नहीं होनी चाहिए। खूनी खेल बिल्कुल ठीक नहीं है। ग्रीवेंसेज पोर्टल और कंट्रोल रूम में एक सीनियर अधिकारी को तैनात किया जाएगा। जहां से कोई शिकायत मिलेगी, सख्त कार्रवाई होगी। हमने सख्त निर्देश दिए हैं कि डीएम अपने इलाके में हिंसा ना होने दें। गैरजमानती वॉरंट को लेकर पुलिस उन्हें एग्जिक्यूट करे और हिट्रीशीटर्स पर भी कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि जहां से भी अवैध सामान पहुंच सकता है वहां भी निगरानी की जा रही है। अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर कई जगहों पर ड्रोन से नजर रखी जाएगी। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि हम देश को वास्तव में उत्सवपूर्ण, लोकतांत्रिक माहौल देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। 17वीं लोकसभा का कार्यकाल 16 जून 2024 को समाप्त होने वाला है। आंध्र प्रदेश, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम की विधानसभाओं का कार्यकाल भी जून 2024 में खत्म होने वाला है। जम्मू और कश्मीर में भी चुनाव होने हैं।

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इंडिया गठबंधन से बीजेपी का सीधा मुकाबला

गौरतलब है कि आम चुनाव में मुख्य मुकाबला बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए और कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, सपा जैसे विपक्षी दलों के नेतृत्व वाले इंडिया गठबंधन से होगा। पीएम मोदी जहां बीजेपी के 370 और एनडीए के 400 सीटें जीतने का दावा कर रहे हैं तो वहीं विपक्षी दलों ने अपनी जीत के दावे किए हैं। अब तक बीजेपी ने उम्मीदवारों की दो सूची जारी की है, जिसमें कुल 267 कैंडिडेट्स के नाम घोषित किए गए हैं। उधर, कांग्रेस भी अब तक दो लिस्ट जारी कर चुकी है। पहली लिस्ट में 39 और दूसरी लिस्ट में 43 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया गया था। पिछला लोकसभा चुनाव साल 2019 में अप्रैल-मई महीने में करवाया गया था। कुल सात चरणों में हुए मतदान के बाद 23 मई को वोटों की गिनती हुई थी। बीजेपी ने अकेले दम पर लगातार दूसरी बार बहुमत हासिल करते हुए 303 सीटें जीती थीं, जबकि कांग्रेस को 52 सीटों पर जीत मिली थी।  (एएमएपी)