पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव को 2024 के लोक सभा चुनाव से पहले सेमीफाइनल माना जा रहा था। पांच राज्यों की कुल 680 विधानसभा सीटों पर चुनाव परिणाम का एलान भाजपा के लिए उत्साह बढ़ाने वाला है, क्योंकि तीन राज्यों में उसकी सरकार बनेगी।
तेलंगाना जैसे प्रदेश में भी उसका जनाधार बढ़ा है। इन चुनाव परिणामों को कांग्रेस समेत 28 विपक्षी दलों के लिए तगड़ा झटका माना जा रहा है, लेकिन विपक्षी दलों का मानना है कि इससे आम चुनाव पर असर नहीं पड़ेगा। विपक्षी दलों ने चंद महीने बाद होने वाले आम चुनाव के लिए कड़ी मेहनत करने की वकालत की है।

विधानसभा चुनाव 2023 के नतीजों का असर नहीं

विपक्षी नेताओं का कहना है कि पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव 2023 के नतीजों का असर इंडिया ब्लॉक में शामिल राजनीतिक दलों पर नहीं पड़ेगा। कड़ी मेहनत करने की जरूरत है। सोमवार को संसद सत्र की शुरुआत और चुनाव परिणाम के एक दिन बाद विपक्षी दलों ने कहा, भले ही विधानसभा चुनाव परिणाम के अनुसार भाजपा को तीन राज्यों में जीत मिली है, लेकिन इसका असर INDIA ब्लॉक में शामिल करीब 28 दलों के गठबंधन पर नहीं पड़ेगा। हालांकि, विपक्ष ने यह भी स्वीकार किया है कि विपक्षी दलों को अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए कड़ी मेहनत करने की जरूरत है।

बता दें कि रविवार को हुई मतगणना के बाद मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा को प्रचंड बहुमत मिला। छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस सरकार को करारी शिकस्त मिली। माना जा रहा है कि भाजपा ने हिंदी पट्टी में अपनी पकड़ मजबूत की है। सियासी पंडितों के अनुसार, इन चुनाव परिणामों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पक्ष में 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए माहौल तैयार हो गया।

करारी हार के बाद कांग्रेस को कुछ राहत दक्षिण भारत में मिली

राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा से मिली करारी हार के बाद कांग्रेस को कुछ राहत दक्षिण भारत में मिली। तेलंगाना में कांग्रेस ने भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) को मात देकर सरकार बनाने के लिए स्पष्ट बहुमत हासिल किया। चुनाव के नतीजों के एक दिन बाद INDIA में शामिल सबसे वरिष्ठ नेताओं में एक- नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने कहा, इंडिया ब्लॉक में शामिल विपक्षी पार्टियों को और अधिक मेहनत करनी होगी।

विधानसभा चुनाव के नतीजों और विपक्षी दलों के गठबंधन पर करारी शिकस्त के असर से जुड़े सवाल पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा, इस हार से गठबंधन पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। हमें और अधिक मेहनत करनी होगी। जीत और हार होती रहती है। हमें हारने के साथ-साथ जीतने वालों से भी सीखना चाहिए। भारत देश को एकजुट होना होगा। देश सभी के लिए है और हमें देश को मजबूत करने की जरूरत है।

सभी दलों को समायोजन करना पड़ेगा : फारूक अब्दुल्ला

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच सामंजस्य न होने और अगले साल के आम चुनाव में इन चुनाव परिणामों के असर पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा, “सभी दलों को समायोजन करना पड़ेगा। हमें एक साथ आगे बढ़ना होगा। उनके अलावा राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता मनोज झा ने भी कहा कि विधानसभा चुनाव के नतीजों का विपक्षी दलों के गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

उन्होंने कहा, विधानसभा चुनाव राज्यों तक सीमित थे। इन्हें पीछे छोड़ देना चाहिए। राष्ट्रीय चुनाव कई अलग-अलग मुद्दों पर कराए जाएंगे। विधानसभा चुनाव परिणाम का लोक सभा के लिए होने वाले चुनाव पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। मनोज झा ने दावा किया कि INDIA में शामिल दलों के बीच विरोधाभास नहीं है। उन्होंने कहा कि गठबंधन की एकता सभी को समझनी होगी।

पार्टी इस बात पर आत्मनिरीक्षण करेगी कि चुनाव में क्या गलतियां हुईं?

कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, उनकी पार्टी इस बात पर आत्मनिरीक्षण करेगी कि चुनाव में क्या गलतियां हुईं? उन्होंने कहा कि इस राजनीतिक पराजय का विपक्षी दलों के गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा, सभी विपक्षी दल सोमवार सुबह संसद में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के कार्यालय में आयोजित बैठक में शामिल हुए।

‘मोदी की गारंटी’ लेकर ‘पनौती’ तक की चर्चा के बीच चार राज्‍यों के चुनाव नतीजों को किसने क्‍या कहा 

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में सपा के साथ गठबंधन न होने के सवाल पर केसी वेणुगोपाल ने कहा, उन्हें शिकायत करने की आजादी है और कुछ शिकायतें वास्तविक भी हो सकती हैं। हम जरूरी सुधार के लिए तैयार हैं।

विपक्षी दलों को मिली करारी शिकस्त पर बिहार का प्रमुख राजनीतिक दल- लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के सांसद चिराग पासवान ने प्रदेश के सीएम नीतीश कुमार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि हार के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बिहार में कराया गया जाति सर्वेक्षण जिम्मेदार है। बता दें कि पासवान INDIA ब्लॉक में शामिल नहीं हैं। उन्होंने जुलाई में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए का दामन थाम लिया था।(एएमएपी)