उत्तर प्रदेश में ऑपरेशन माफिया तो चल ही रहा है, साथ ही अपराधियों को सजा सुनाने में कानूनी प्रक्रिया में भी तेजी लाई गई है। यूपी में महज पांच महीने 13 दिन में सोलह अपराधियों को मौत की सजा सुनाई गई। विभिन्न जिलों में 19 हजार से अधिक लोगों को सजा सुनाई गई है।

माफियाओं का एनकांउटर

अपराध के प्रति जीरो टालरेंस के चलते प्रदेश में लगातार माफियाओं का एनकांउटर होता रहा है। हाल ही में प्रदेश के टॉप माफिया गोरखपुर के विनोद उपाध्याय को एसटीएफ ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया। इसके अलावा प्रदेश के विभिन्न जनपदों में पिछले एक जुलाई से 13 दिसम्बर 2023 के बीच कुल 19,399 अपराधियों को सजा सुनाई गई है। जिसमें 16 को मौत की सजा सुनाई गई है। इसके अलावा 1840 ऐसे अपराधी है, जिनको आजीवन कारावास की सजा मिली है। 20 साल से अधिक कारावास की सजा पाने वाले 347 अपराधी है। प्रदेश भर में कुल 19,399 अपराधियों को सजा सुनाई गई।

तेज हुई कानूनी प्रक्रिया

यूपी डायल 112 के एक आईपीएस अधिकारी ने बताया कि कानूनी प्रक्रिया में पुलिस की तरफ से की जाने वाली कार्रवाई को तेज की गई है। यह महज साढ़े माह के आंकड़े हैं, शीघ्र ही आने वाले दिनों में अनेक अपराधियों को कानूनी प्रक्रिया के तहत न्यायालय सजा निर्धारित कर देगा।

राज्य सरकार की सख्ती का परिणाम

पांच महीने में 16 को मृत्युदंड तो 1840 को मिला आजीवन कारावास, ऑपरेशन कंविक्शन से डरे अपराधी उत्तर प्रदेश में महज पांच महीने 13 दिन में सोलह अपराधियों को मौत की सजा सुनाई गई। प्रदेश के विभिन्न जिलों में 19 हजार से अधिक लोगों को सजा सुनाई गई है। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार के सख्ती के चलते अनेक माफियाओं ने अपना कारोबार बंद करना पड़ा। कुछ अपराधियों ने प्रदेश छोड़कर पड़ोसी देश नेपाल में शरण ले लिया है।(एएमएपी)