राज्यसभा से 68 सदस्यों की विदाई

राज्यसभा ने गुरुवार को फरवरी और मई के बीच सेवानिवृत्त होने वाले सदन के 68 सदस्यों को उनका कार्यकाल पूरा होने पर विदाई दी। राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित कई सदस्यों ने इन्हें अपने विदाई संदेश में शुभकामनाएं दीं। प्रधानमंत्री ने कहा कि वे आगे भी राष्ट्र सेवा में कार्य करते रहेंगे। यह सदस्य जाते हुए स्मृति की एक विरासत छोड़कर जा रहे हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि व्हील चेयर पर भी वे विपक्ष के लिए वोट करने आए थे। उन्हें पता था कि उनका पक्ष हार जाएगा लेकिन फिर भी उनके वोट देने से लोकतंत्र मजबूत हुआ है। उनका छह बार का राज्यसभा में योगदान हम सबको सीख देता है।राज्यसभा में पीएम मोदी ने कहा कि मैं विशेष रूप से आज डॉ. मनमोहन सिंह जी का स्मरण करना चाहूंगा। 6 बार वो इस सदन को अपने मूल्यवान विचारों से नेता के रूप में और प्रतिपक्ष के नेता के रूप में भी बहुत बड़ा योगदान दे चुके हैं। इतने लंबे समय तक जिस तरह से उन्होंने इस सदन और देश का मार्गदर्शन किया है, उसके लिए डॉ. मनमोहन सिंह को हमेशा याद किया जाएगा। मोदी ने कहा कहा कि दोनों सदनों के सदस्यों चाहे सत्ता के हों या विपक्ष के उन्हें (मनमोहन सिंह) से सीखना चाहिए कि कैसे उन्होंने अपने जीवन को कंडक्ट किया और किस प्रकार की प्रतिभा के दर्शन उन्होंने अपने कार्यकाल में कराए।

कांग्रेस के ब्लैक पेपर को बताया ‘काला टीका’

राज्यसभा में सांसदों के संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस के ब्लैक पेपर लाने पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “…आज देश पिछले 10 साल में समृद्धि के नए-नए शिखर छू रहा है। एक भव्य-दिव्य वातावरण बना है और उसको नज़र ना लग जाए, इसीलिए काला टीका करने का आज प्रयास हुआ है। मैं उसके लिए भी मल्लिकार्जुन खड़गे का बहुत धन्यवाद करता हूं ताकि हमारी इस प्रगति की यात्रा को कोई नज़र ना लग जाए…मैं उसका (ब्लैक पेपर का) भी स्वागत करता हूं, क्योंकि जब भी अच्छी बात होती है तो काला टीका, नज़र ना लग जाए, इसीलिए बहुत जरूरी होता है….”

सदन निरंतरता का प्रतीक है

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हर दो वर्ष के बाद इस सदन में इस प्रकार का प्रसंग आता है लेकिन ये सदन निरंतरता का प्रतीक है। लोकसभा 5 साल के बाद नए रंग रूप के साथ सज जाती है। ये सदन हर 2 वर्ष के बाद एक नई प्राण शक्ति प्राप्त करता है। एक नई ऊर्जा प्राप्त करता है। एक नए उमंग और उत्साह का वातावरण भर देता है। मोदी ने कहा कि इसलिए हर दो साल में होने वाली विदाई, वो विदाई एक प्रकार की विदाई नहीं होती। वो ऐसी स्मृतियों को यहां छोड़ कर जाते हैं, वो आने वाले नए बैच के लिए अनमोल विरासत होती है। कुछ लोग जा रहे हैं, हो सकता कुछ लोग आने के लिए जा रहे हैं। कुछ लोग जाने के लिए जा रहे हैं। बता दें कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सहित कई नेताओं का कार्यकाल पूरा होने जा रहा है।(एएमएपी)