लोकसभा चुनाव में अब कुछ महीनों का ही वक्त बचा है। उससे पहले कांग्रेस अपने हर पेच को कस लेना चाहती है। विपक्षी एकता से लेकर अपने ही संगठन में सुधार तक की तमाम कोशिशें कांग्रेस कर रही है। अगले कुछ दिनों में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे अपनी नई टीम का ऐलान कर सकते हैं। इसके अलावा कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्यों को भी अध्यक्ष खड़गे की ओर से नामित किया जाएगा। इस बीच चर्चा है कि कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी को बड़ा मौका दिया जा सकता है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि प्रियंका गांधी को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया जा सकता है।

हिमाचल और कर्नाटक जीत में अहम रोल

इसके अलावा उनको महासचिव का पद देते हुए चुनाव प्रभारी बनाए जाने की भी संभावना है। यदि ऐसा होता है तो 2024 के चुनावी अभियान की नेता प्रियंका गांधी ही होंगी। हिमाचल और कर्नाटक के चुनाव प्रचार में प्रियंका गांधी काफी सक्रिय थीं। दोनों राज्यों में जीत का श्रेय पाने वाले नेताओं में प्रियंका का भी नाम है। ऐसे में कांग्रेस उन्हें नए तरीके से लॉन्च करने की तैयारी में है। उनको फिलहाल तेलंगाना और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों की चुनावी कमान दी गई है। लेकिन अब लोकसभा इलेक्शन 2024 की भी कमान उनको मिल सकती है।

कार्यसमिति में पार्टी के 35 नेता होंगे शामिल

कांग्रेस कार्यसमिति में कुल 35 नेताओं को शामिल करने का प्लान है। इसमें भी प्रियंका गांधी को जगह मिलेगी। इसके अलावा केसी वेणुगोपाल, रणदीप सुरजेवाला, शैलजा कुमारी, माणिक राव ठाकरे को भी शामिल करने का प्रस्ताव है। माना जा रहा है कि अजय माकन और मोहन प्रकाश को भी लिया जा सकता है। खबर है कि अगले एक सप्ताह के अंदर ही मल्लिकार्जुन खड़गे इन नेताओं की लिस्ट जारी करेंगे। प्रियंका गांधी को कांग्रेस ने पहले यूपी की जिम्मेदारी दी थी। इसके तहत ही कांग्रेस ने 2022 के चुनाव में ‘लड़की है, लड़ सकती है’  जैसा कैंपेन शुरू किया था। यह कैंपेन खूब चर्चित हुआ था, लेकिन चुनावी सफलता नहीं मिल पाई।

प्रियंका का प्रचार करना पार्टी के लिए रहा फायदेमंद

प्रियंका गांधी के दो राज्यों में प्रचार करने और फिर जीत हासिल करने को कांग्रेस संयोग नहीं मान रही है। उसका मानना है कि एक महिला होने के नाते प्रियंका गांधी का प्रचार करना मुफीद रहा है। इसकी वजह यह है कि पीएम नरेंद्र मोदी समेत तमाम नेता उन पर सीधी हमला करने से बचते हैं। हालांकि प्रियंका गांधी के लिए यह उनके राजनीतिक करियर की सबसे बड़ी जिम्मेदारी होगी। गौरतलब है कि पार्टी में एक धड़ा हमेशा से रहा है, जो प्रियंका गांधी को अहम जिम्मेदारी देने का मांग करता है।(एएमएपी)